YOP Education | A StartUp Story

1. Tell us a little bit about “YOP Education


YOP Education is India’s one of the Best Educational platform to provide online educational services. Currently we have more expertise on exams like CTET, All India State Level TETs, KVS, DSSSB, NVS, SSC, Bank, and other general competitive exams and we are expanding our services beyond boundaries. We provide Best educational contents like Study Material, Practice Sets, Test Series Material and guidelines, Motivational Videos, Educational Consultant and many more to educational institutions based on requirement.We are also open to discuss other customized requirements as well. Basic to advance regular video courses, Live classes, Doubt Clearing Sessions, motivational videos,etc are our services to learners of different platforms.

YOP Education (Powered by- Your Online partner) is founded by Young Entrepreneur (Author and Educator) Deepak Himanshu, who is also an owner of YouTube Educational channel ‘Your Online Partner’. He has 10 Years of teaching experience and trust of 4 Lakh+ students. He is also an Author of multiple Teaching Exams Books.


2. How did you come up with this idea and why this name?


While working with different software industries in India and abroad for a long time, I realised that apart from this, much more I can do to educate the people from remote areas of the country by growing them digitally. This will help those people who cannot come forward due to lack of opportunity in their area. So I started educating online to the aspirants of the Teaching exam on YouTube while I was working as software project leader in malaysia. Also I belong to a teaching family background where my father Shri Pran Mohan Jha is a well-known Government Teacher awarded by the President of India and my mother is also a teacher giving service since the last 40 years. This all combination of motivation was there in me since childhood and as soon as I started teaching I didn’t look back and finally came up with the all solution provider in the education sector.


3. How time-consuming or difficult was it to get started?


After my School I had started teaching parallely with my study due to my passion which later became the main reason of motivation in my life. Obviously it was not easy to come up with this solution as it was a long process which required a step by step process. After I started teaching online, in a year our YouTube online educational channel became the best in the category and I got the opportunity to write a few books for teacher training and exams which is continuing. Later I also got the opportunity to teach on different india’s learning platforms like Unacademy. While doing this I understood the major problems and requirements of learners and with a plan I started this platform.


4. What problem does “YOP Education” solve?


YOP Education is formed with a motto to help learners, teachers as well as institutions. Due to the current situation of Covid it’s very High time to have a solution in the educational sector where learners should have all access to education from home. We have courses, materials, test series and many more for students, teachers and institutions.


5. Tell us about your Team(Who are the founders and key team members).


Deepak Himanshu is the Co-Founder & Managing Director of the company.

Ms. Mitu Jha, Bachelor- Department of English, Banaras Hindu University is the Business Owner of the firm.

Suraj Sudhanshu (M.Tech Jadavpur university) is Head, “Board of Director for Technical Expertise” who has great vision for the future of Indian Education System.

Apart from this currently we have a Key team of 12 Members who manage and take care of different sections. As part of the new initiative, our team is growing day by day based on different services.


6. What are the different challenges you are facing for operation?


The main challenge is to reach out to the learners and let them know about the more they can do from home through online solutions. A major part of India is still not much comfortable with online study and other services due to which online institutions are also still struggling to share services. We understand that as per the latest change, now is the time of revolution with New Education policy as well. So we are trying our best to help and convince people.

A major part of people are interested but not aware about digital services and operation, so we have a plan to help people to understand and operate the services.

Because of high competition in every sector, the current Indian Education System has various ‘Not up to the mark’ handles which create confusion in students and make a wrong image of online education.


7. Your vision and mission


Our Vision is to help all learners directly or indirectly irrespective of the location they belong to. This will be much useful for those who cannot afford to go for study in big cities and cannot pay high fees.


8. If any funding is raised, please share the details.


Currently no major funding is raised. We have a reverse model where we work on different projects for institutions/Teachers/Learners based on requirement. We have a collaboration with Invincible Publishers for different requirements.

गणित पेडागोजी के 25 महत्वपूर्ण प्रश्न

प्रश्न 1. गणित सभ्यता और संस्कृति का दर्पण है –यह कथन किसने कहा

(अ) बेकन

(ब) हाँग्बेन

(स) लांक

(द) डटन

उत्तर :-हाँग्बेन

प्रश्न 2. गणित विषय की पाठ्यपुस्तके किस विधि पर आधारित होकर लिखी जाती है ?

(अ) संश्लेषण

(ब) प्रयोगात्मक

(स) आगमन

(द) प्रदर्शन

उत्तर :- संश्लेषण  

प्रश्न 3. प्राथमिक स्तर पर गणित का क्या महत्व है ?

(अ) सांस्कृतिक

(ब) सामाजिक

(स) धार्मिक

(द) मानसिक

उत्तर :- मानसिक

प्रश्न 4. उपलब्धि परीक्षण व नैदानिक परीक्षण में अंतर है –

(अ) उद्देश्यों का

(ब) प्रकति का

(स) कठिनाई स्तर का

(द) कोई नहीं

उत्तर :- उद्देश्यों का

प्रश्न 5. गणित की सभी शाखाओ में प्राचीनतम कौन-सी है ?

(अ) रेखागणित

(ब) सांख्यकीय

(स) बीजगणित

(द) अंकगणित

उत्तर :- अंकगणित

प्रश्न 6. रेखागणित में प्रायोगिक स्तर पर प्रयुक्त होने वाली शिक्षण विधि है –

(अ) प्रदर्शन विधि

(ब) आगमन विधि

(स) निगमन विधि

(द) उपरोक्त सभी

उत्तर :- प्रदर्शन विधि

प्रश्न 7. जेकब एल. माँरेनों का सम्बन्ध किस विधि से है ?

(अ) प्रश्न उत्तर विधि

(ब) सूक्षम शिक्षण विधि

(स) व्यक्ति अध्यन विधि

(द) समाजमिति विधि

उत्तर :- समाजमिति विधि

प्रश्न 8. गणित विषय की विशेषता है – 

(अ) तर्कपूर्णता

(ब) परिणामो की निश्चितता

(स) शुद्धता

(द) सभी

उत्तर :- सभी

प्रश्न 9. चिंता, बोध, तर्कशक्ति, विश्लेषण, की क्षमता बढाने वाला विषय है –

(अ) भूगोल

(ब) गणित

(स) सामाजिक विज्ञान

(द) भाषा

उत्तर :- गणित

प्रश्न 10. किसी व्रत की परिधि तथा व्यास में सम्बन्ध स्थापित करना इसमें कौन सी विदगी सहायक होगी ?   

(अ) संश्लेषण विधि

(ब) प्रयोगात्मक विधि

(स) आगमन विधि

(द) प्रदर्शन विधि

उत्तर :- प्रयोगात्मक विधि 

प्रश्न 11. गणित में निदानात्मक परीक्षण का उद्देश्य है –

(अ) प्रगति पत्रक को भरना

(ब) सत्रान्त परीक्षा के लिए प्रश्न –पत्र की योजना बनाना

(स) बच्चो की समझ में निहित रिक्तियों को जानना

(द) अभिभावकों को प्रतिपुष्टि देना

उत्तर :- बच्चों की समझ में निहित रिक्तियों को जानना

प्रश्न 12. जियो- बोर्ड  किसके शिक्षण का एक प्रभावी साधन है ?

(अ) आधारभूत ज्यामितीय अबधारणाओं जैसे किरणें, रेखाए और कोण

(ब) ज्यामितीय आकृतिया और उनकी विशेषताए

(स) द्विमा और त्रिविमा आकृतियों में अंतर करना

(द) सममिति की अबधारणएं 

उत्तर :- ज्यामितीय आकृतियों और उनकी विशेषताए

प्रश्न 13. निम्नलिखित पैटर्न से क्या ज्ञात होता है ?

       1 + 1 = 2

       2 + 2 = 4

       3 + 3 = 6

       ……

       ……

       10 + 10 =20       

(अ) गिनती 

(ब) सम और विषम संख्याए 

(स) 2 का पहाडा निर्माण

(द) अभाज्य संख्याए

उत्तर :- 2 का पहाडा निर्माण

प्रश्न14. एक विध्यार्थी ग्लास में भरे हुए पानी को ग्लास का आयतन बताता है, छात्र को स्पष्ट नहीं है –

(अ) आयतन की अवधारणा

(ब) आयतन की माप

(स) आयतन का सूत्र

(द) आयतन की इकाई

उत्तर :- आयतन की इकाई

प्रश्न 15. गणित के नियम एवं सिद्धांत में समावेश होता है –

(अ) वैधता का 

(ब) विश्वसनीयता

(स) अ और ब दोनों का

(द) कल्पना का

उत्तर :- वैधता का

प्रश्न 16. गणित की प्रकति एवं तार्किक चिंतन में सम्बन्ध है –

(अ) निकटतम

(ब) सामान्य

(स) असामान्य

(द) न्यूनतम

उत्तर :- निकटतम

प्रश्न 17. गणित विषयों पर होने वाले अनुसंधानों में प्रमुख योगदान होता है –

(अ) कल्पना का

(ब) तार्किक चिंतन का

(स) गणितीय मूल्य का

(द) गणितीय समस्याओं का

उत्तर :- तार्किक चिंतन का

प्रश्न 18. किस विषय में अमूर्त ज्ञान को मूर्त रूप प्रदान किया जाता है ?

(अ) गणित में

(ब) भूगोल में

(स) इतिहास में

(द) हिन्दी में

उत्तर :- गणित में

प्रश्न 19. गणित की तुलना धार तेज करने वाले पत्थर से की जाती है, यह कथन है –

(अ) हाँब्स ने

(ब) फ्रावेल ने

(स) फ्रायड ने

(द) स्किनर ने

उत्तर :- हाँब्स ने

प्रश्न 20. निम्नलिखित में से किस कार्य में गणित उपयोगी नहीं है ?  

(अ) मानसिक विकास में

(ब) शारीरिक विकास में

(स) दार्शनिक विकास में

(द) भौतिक विकास में 

उत्तर :- दार्शनिक विकास में

प्रश्न 21. गणितीय भाषा का स्वरूप होता है –

(अ) सामान्य भाषा के रूप में

(ब) पृथक भाषा के रूप में

(स) कठिन भाषा के रूप में

(द) सरल भाषा के रूप में

उत्तर :- पृथक भाषा के रूप में

प्रश्न 22. गणित सभी विज्ञानों का द्वार एवम कुंजी है- यह कथन है   

(अ) रोजर बेकर का

(ब) हैमिल्टन का

(स) प्लेटो का

(द) रसैल का  

उत्तर :- रोजर बेकर का  

प्रश्न 23. गणित के अध्यन से एक बच्चे में किस गुण का विकास होता है ?   

(अ) आत्मविश्वास

(ब) तार्किक सोच

(स) विशलेषिक सोच

(द) ये सभी

उत्तर :- ये सभी

प्रश्न 24. गणित में किस विधि में हम प्राय: सूत्र तथा नियमो की सहायता लेते है ?

(अ) संश्लेषण

(ब) विश्लेषण

(स) आगमन

(द) निगमन

उत्तर :- निगमन

प्रश्न 25. छात्र गणितीय गणना में गति प्राप्त कर सकते है  

(अ) चर्चा या वादविवाद द्वारा

(ब) मौखिक कार्य द्वारा

(स) लिखित कार्य द्वारा

(द) अभ्यास द्वारा

उत्तर :- अभ्यास द्वारा

Complete Notes on शिक्षण प्रतिमान (Teaching Model)

शिक्षण प्रतिमान (Teaching Model)
शिक्षण प्रतिमान क्या है ? What is The Teaching Model?
शिक्षण प्रतिमान शिक्षण सिद्धांत का आदि रूप माने जाते हैं। शिक्षण प्रतिमान शिक्षण सिद्धांतों के प्रतिपादन हेतु परिकल्पनाओं का कार्य करते हैं। शिक्षण प्रतिमान के प्रयोग से शिक्षण प्रभावी और रुचिकर हो जाता है, क्योंकि इनका विकास अधिगम सिद्धांतों के आधार पर किया जाता है।

प्रत्येक शिक्षण प्रतिमान में इस प्रकार की परिस्थितियां उत्पन्न की जाती है जिनमें शिक्षक और छात्र में प्रभावी अंतः क्रिया हो सके तथा छात्रों के व्यवहारगत परिवर्तन द्वारा उद्देश्य को प्राप्त किया जा सके। शिक्षण प्रतिमान में शिक्षण के लक्ष्य, शिक्षण तथा अधिगम की विभिन्न क्रियाओं के पारस्परिक संबंध की व्याख्या की जाती है।


• शिक्षण प्रतिमान की विशेषताएं- Characteristics of Teaching Model

  1. प्रत्येक शिक्षण प्रतिमान किसी न किसी सत्यापित सिद्धांत पर आधारित होता है। अतः इनकी प्रकृति वैज्ञानिक होती है।
  2. प्रत्येक शिक्षण प्रतिमान में क्रमबद सोपान होते हैं जिन्हें हूबहू दोहराया जा सकता है।
  3. प्रत्येक शिक्षण प्रतिमान के स्पष्ट रूप से परिभाषित शिक्षण प्रभाव होते हैं।
  4. प्रत्येक शिक्षण प्रतिमान में शिक्षण और छात्रों के कार्य एवं उत्तरदायित्व को निर्धारित किया जाता है।
  5. शिक्षण प्रतिमान छात्र केंद्रित होते हैं।
  6. शिक्षण प्रतिमान के प्रयोग के लिए कुछ आवश्यक सहायक सामग्री की आवश्यकता होती है।
  7. शिक्षण प्रतिमान अध्यापक और छात्र के व्यवहारों से संबंधित प्रत्येक मूलभूत प्रश्नों का उत्तर देता है, जैसे अध्यापक को कैसे व्यवहार करना चाहिए ? उसके इस व्यवहार का छात्रों पर क्या प्रभाव पड़ेगा आदि।
  8. शिक्षण प्रतिमान छात्रों की व्यक्तिगत विभिन्नता के अनुसार निर्मित किए गए हैं।
  9. प्रत्येक शिक्षण प्रतिमान द्वारा विशिष्ट उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए विशेष प्रकार का वातावरण निर्मित किया जाता है और अध्यापक छात्र की अंतः क्रिया का निर्धारण किया जाता है।
  10. शिक्षण प्रतिमान शिक्षक की शिक्षण दक्षता में वृद्धि करता है।
  11. प्रत्येक शिक्षण प्रतिमान की विशिष्ट मूल्यांकन प्रणाली होती है।

• शिक्षण प्रतिमान के तत्व (Elements of teaching model)

  1. उद्देश्य
  2. संरचना
  3. सामाजिक प्रणाली
  4. सिद्धांत जांच
  5. सहायक तंत्र

• शिक्षण प्रतिमानों का वर्गीकरण- Classification of Teaching Model

  1. दार्शनिक शिक्षण प्रतिमान (Philosophical teaching model)
    शिक्षण की प्रकृति एवं विशेषताओं के आधार पर इजराइल सेफलर ने दार्शनिक शिक्षण प्रतिमान के अंतर्गत तीन प्रतिमान का वर्णन किया है। उनकी धारणा है कि शिक्षण में ज्ञानात्मक, मनोवैज्ञानिक तथा सार्वभौमिक तत्व शामिल होते हैं।
    १. प्रभाव प्रतिमान (impression model)
    २. सूझ प्रतिमान (insight model)
    ३. नियम प्रतिमान (rule model)
  2. मनोवैज्ञानिक शिक्षण प्रतिमान (Psychological teaching model)
    जॉन. पी. डिसिको (John. P. Dececco) ने चार मनोवैज्ञानिक शिक्षण प्रतिमान दिए।
    १. बुनियादी शिक्षण प्रतिमान
    २. अंत: क्रिया शिक्षण प्रतिमान
    ३. कंप्यूटर आधारित शिक्षण प्रतिमान
    ४. विद्यालय अधिगम शिक्षण प्रतिमान
  3. अध्यापक शिक्षा शिक्षण प्रतिमान (Teacher education teaching model)
    ई. ई. हेडन ने 4 अध्यापक शिक्षा शिक्षण प्रतिमान और की चर्चा की जो शिक्षक शिक्षा की समस्याओं का समाधान करने में सहायक होते हैं।
    १. टाबा शिक्षण प्रतिमान
    २. टर्नर का शिक्षण प्रतिमान
    ३. शिक्षक अभिविन्यास शिक्षण प्रतिमान
    ४. फॉक्स लिपिट शिक्षण प्रतिमान
  1. आधुनिक शिक्षण प्रतिमान (Modern teaching model)
    शिक्षण प्रतिमान द्वारा प्राप्त किए जाने वाले शिक्षण उद्देश्यों को ध्यान में रखकर ज्वाइस और वेल ने अपनी पुस्तक मॉडल ऑफ टीचिंग (Model of Teaching) में शिक्षण प्रतिमानों को आधुनिक शिक्षण प्रतिमान शीर्षक के अंतर्गत 4 समूह में वर्गीकृत किया है। प्रत्येक समूह में उद्देश्यों की समानता के आधार पर प्रतिमानों को स्थान दिया गया है।
  1. सूचना प्रक्रम प्रतिमान (Information Processing Model)
    व्यक्ति अपने वातावरण में विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त सूचनाएं ग्रहण करके अपने मस्तिष्क में संगठित करता है, फिर इन सूचनाओं का मस्तिष्क में विश्लेषण होता है और विश्लेषण के समय जिन योग्यता की जरूरत होती है उन्हें संज्ञानात्मक प्रक्रिया कहते हैं। इन योग्यता के कारण ही बालक सूचनाओं से दूर जाकर अमूर्त और उपयोगी ज्ञान का सर्जन कर पाता है। यही प्रक्रिया सूचना प्रक्रम कहलाती है।
    इस समूह में आने वाले प्रतिमान निम्न प्रकार है –

१. संकल्पना प्राप्ति प्रतिमान (Concept Attainment)
प्रवर्तक – जे ब्रूनर
उद्देश्य – १. आगमन तर्क २. संकल्पना प्राप्ति ३. विश्लेषण क्षमता का विकास।
२. खोज प्रशिक्षण प्रतिमान (Inquiry Training Model)
प्रवर्तक – रिचर्ड सचमैन
उद्देश्य – १. खोज प्रक्रिया का प्रशिक्षण २. सिद्धांत निर्माण करने की क्षमता का विकास करना।
३. आगमन चिंतन प्रतिमान
प्रवर्तक – हिल्दा टाबा
उद्देश्य – १. आगमन तर्क एवं शैक्षिक तर्क का विकास करना।
४. वैज्ञानिक खोज प्रतिमान (Scientific Inquiry Model)
प्रवर्तक – जोसेफ जे स्कवाब
उद्देश्य – १. शोध पद्धतियों का शिक्षण २. सामाजिक समझ तथा सामाजिक समस्या के समाधान के लिए ३. समाज विज्ञान संबंधी विधियों के शिक्षण के लिए।
५. ज्ञानात्मक वृद्धि प्रतिमान
प्रवर्तक – जीन पियाजे, इरविंग सिंगेल
उदेश्य – १. सामान्य मानसिक विकास २. तार्किक चिंतन ३. सामाजिक एवं नैतिक विकास करना।
६. अग्रवर्ती संगठन प्रवर्तक (Advance Organization Model)
प्रवर्तक – डेविड जे. आसुबेल
उदेश्य – ज्ञान प्राप्त करना और संगठित करना तथा सूचना प्रक्रम की क्षमता विकसित करना।
७. स्मृति प्रतिमान
प्रवर्तक – हैरीलोरेन, जैरी लुकासी
उद्देश्य – स्मरण करने की क्षमता विकसित करना।

2. सामाजिक अंत: क्रिया प्रतिमान (Social Interaction Model)
सामाजिक अंतः क्रिया प्रतिमान के अंतर्गत विद्यार्थियों को दूसरे विद्यार्थियों से अंतः क्रिया करने का अवसर दिया जाता है जिससे उनमें सामाजिक कौशलों का विकास होता है। ये सामाजिक कौशल व्यक्ति को सामाजिक सामंजस्य स्थापित करने में मदद करते हैं। इस समूह में निमल प्रतिमान आते हैं –

१. समूह अन्वेषण – प्रवर्तक – हरबर्ट थीलेन, जॉन डीवी।
२. प्रयोगशाला विधि – प्रवर्तक – नेशनल ट्रेनिंग लेबोरेटरी, बीथेल मैंन।
३. सामाजिक खोज (Social Inquiry) – प्रवर्तक – बाइरोन मैसिएलस, बेन्जामिन काक्स।
४. भूमिका निर्वाह – प्रवर्तक – फैनी शाफ्टेल, जार्ज शाफ्टेल।
५. सामाजिक संरचना – प्रवर्तक – सोरोन बूकोक, हैरोल्ड गेज कोव।
६. न्यायिक विवेकपूर्ण खोज – प्रवर्तक – डोनाल्ड ओलिवर, जेम्स पी. शेवर।

3. वैयक्तिक प्रतिमान (Personal Model)
वैयक्तिक प्रतिमानों का उद्देश्य व्यक्ति को उसकी क्षमताओं के अनुसार स्वयं का विकास करने में मदद करना है। इस प्रतिमान के द्वारा व्यक्ति के संवेगात्मक पक्ष पर अधिक बल दिया जाता है जिसके परिणाम स्वरुप व्यक्ति में अपने वातावरण के साथ उचित संबंध स्थापित करने की योग्यता विकसित की जा सकती है। इसके साथ साथ व्यक्ति अन्य व्यक्तियों के साथ उचित संबंध स्थापित करने एवं सूचना प्रक्रम की प्रक्रिया में सक्षम हो जाता है। इस समूह में निम्न प्रतिमान आते हैं –
१. चेतना प्रशिक्षण – प्रवर्तक – फ्रिट्ज पेरिस, विलियम स्कूट्ज।
२. अनिर्देशात्मक शिक्षण – प्रवर्तक – कार्ल रोजर्स
३. साइनेटिक्स – प्रवर्तक – विलियम जॉर्डन
४. कक्षीय गोष्ठी – प्रवर्तक – विलियम ग्लैसर
५. संकल्पनात्मक पद्धति – प्रवर्तक – डेविड हंट

4. व्यवहारिक प्रतिमान (Behavioral Model)
इस समूह में आने वाले सभी प्रतिमानों का मुख्य उद्देश्य अधिगमकर्ता के दृश्य व्यवहारों में परिवर्तन लाना है न की अंतर्निहित मनोवैज्ञानिक संरचनाओं एवं व्यवहारों में। ये प्रतिमान उद्दीपनों का नियंत्रण करके पुनर्बलकों का प्रस्तुतीकरण करते हैं। पुनर्बलकों का प्रयोग करके वांछित व्यवहारों का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे सामान्य व्यवहारों को विशिष्ट प्रकार के व्यवहारों में परिवर्तित किया जाता है। इस समूह में निम्न प्रतिमान आते हैं –
१. आकस्मिकता की व्यवस्था – प्रवर्तक – बी. एफ. स्किनर
२. स्वनियंत्रण – प्रवर्तक – बी. एफ. स्किनर
३. शिथिलता – प्रवर्तक – रीम एवं मास्टर्स वोल्प
४. दबाव न्यूनता – प्रवर्तक – रीम एवं मास्टर्स वोल्प
५. स्थापन प्रशिक्षण – प्रवर्तक – वोल्प, लेजारम सालटर
६. अविध्न प्रशिक्षण – प्रवर्तक – गायने, स्मिथ एवं स्मिथ

शिक्षण प्रतिमानों की उपयोगिता – Utility of Teaching Model)

1. शिक्षण प्रतिमान शिक्षण को प्रभावशाली बनाने में सहायक है।
2. शिक्षण प्रतिमान में इस प्रकार की शिक्षण नीतियों और युक्तियों का प्रयोग किया जाता है जो विद्यार्थी के व्यवहार में परिवर्तन करने में सहायक होती है।
3. शिक्षण प्रतिमान शिक्षण क्षेत्र का विशिष्टीकरण करते हैं।
4. शिक्षण प्रतिमान का प्रयोग अनुदेशन सामग्री का विकास करने के लिए किया जाता है।
5. शिक्षण प्रतिमान पाठ्यक्रम का निर्माण करने में सहायक होते हैं।
6. शिक्षण प्रतिमान का प्रयोग विद्यार्थियों के व्यवहार का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है।
7. शिक्षण प्रतिमान द्वारा अध्यापक छात्र क्रिया को प्रभावी बनाया जाता है।
8. शिक्षण प्रतिमान उन उद्दीपक स्थितियों का चयन करने में सहायक होते हैं जो विद्यार्थियों में अपेक्षित व्यवहारगत परिवर्तन उत्पन्न कर सके।

संस्कृत शिक्षण विधियां 20 महत्वपूर्ण प्रश्न

प्रश्न1 लेखनकौशलस्य वृद्धिर्भवति ?

उत्तर – पत्रलेखनेन 

प्रश्न2 पठनकौशलस्य उद्देश्यमस्ति?

उत्तर – पठित्वार्थग्रहणम् 

प्रश्न3  मुख्यत: भाषाशिक्षणस्य सम्बन्ध: केन सह अस्ति?

उत्तर – ज्ञानात्मकपक्षेण 

प्रश्न4 भाषाया: कौशलानि सन्ति?

उत्तर – चत्वारि 

प्रश्न5  मुख्यरूपेण संस्कृतभाषाशिक्षणस्योद्देश्

यमस्ति?

उत्तर – संस्कृतभाषायां दक्षताप्रदानम् 

प्रश्न6 दृष्टलेखनविधे: प्रयोग: क्रियते?

उत्तर – लेखनकौशले 

प्रश्न7 लेखनकौशलस्य विधिरस्ति ?

उत्तर – मोंटेसरी विधि: 

प्रश्न8 अक्षर – शब्दस्वरूपस्य ज्ञानमस्मिन् कौशले ?

उत्तर –लेखनकौशले

प्रश्न9 “कथाविधि:” अस्य कौशलस्य विधिरस्ति?

उत्तर – पठनकौशले 

प्रश्न10  पठनकौशलस्य श्रेष्ठविधिरस्ति?

उत्तर – पदपद्धति: 

प्रश्न11  भाषाकौशलस्य क्रमश: चरणानि ?

उत्तर – श्रवणम् , भाषणम् , पठनम् , लेखनम् 

प्रश्न12 ध्वनिविज्ञानस्य सम्बन्धिते कौशले के?

उत्तर – श्रवणभाषणे 

प्रश्न13 ” प्राथमिकलक्षित: अधिगमविशेष: ” कौशलं किम् ?

उत्तर –  श्रवणकौशलम्

प्रश्न14 ” स्वजन: श्वजनो मा भूत् ” कस्मिन् कौशलप्रसङ्गे कथितम्?

उत्तर – भाषणकौशले

प्रश्न15 संस्कृतभाषायां कथितादेशानुसारेण कार्य-सम्पादनेन विकासो भवति ?

उत्तर – श्रवणकौशलस्य 

प्रश्न16  ” बलाघात: ” इति कदा प्रयुक्तो दृश्यते ?

उत्तर –  मौखिकाभिव्यक्त्याम् 

प्रश्न17 भाषणकौशलहेतु आवश्यकं नास्ति?

उत्तर – विद्वत्ता 

प्रश्न18 भाषाया: कौशलं नास्ति ?

उत्तर –  चिन्तनम् 

प्रश्न19 अभिव्यक्तिर्लिखिता, अस्य कौशलस्य उद्देश्यम्?

उत्तर –  लेखनम्

प्रश्न20 श्रेष्ठपाठकस्य गुणेषु एतन्नास्ति?

उत्तर – यथालिखितपाठक: 

संस्कृतशिक्षणम् MCQs for CTET & all STATE TETs

  1. संस्कृत भाषा की लिपि क्या है?
    (a) गुरुमुखी (b) खरोष्ठी (c) रोमन (d) देवनागरी (Ans: d)
  2. स्वर और व्यञ्जन के बीच में स्थित वर्ण क्या कहलाते हैं?
    (a) अन्त:स्थ (b) ऊष्म (c) स्पर्श (d) अनुस्वार (Ans: a)
  3. ‘परार्द्ध:’ शब्द का सन्धिच्छेद क्या है?
    (a) पर + अर्द्ध: (b) पर + आर्द्ध (c) परा + अर्द्ध: (d) उपरोक्त सभी (Ans: a)
  4. ‘सर्वत:’ शब्द के योग में किस विभक्ति का प्रयोग होता है?
    (a) प्रथमा (b) तृतीया (c) द्वितीया (d) पंचमी (Ans: c)
  5. 50 (पचास) का संस्कृत शब्द क्या है?
    (a) पंचशत् (b) पञ्चासत् (c) पंचषत् (d) पञ्चाशत् (Ans: d)
  6. क्रमवाची शब्द किन-किन लिङ्गों में बनते हैं?
    (a) पुल्लिंग में (b) स्त्रीलिङ्ग में (c) नपुंसकलिंग में (d) तीनों लिगों में (Ans : d)
  7. ‘धातृ’ शब्द का प्रथमा विभक्ति बहुवचन में क्या रूप बनता है?
    (a) धातृणी (b) धातृणा (c) धातृणि (d) धात्रा (Ans: c)
  8. एक सर्वनाम शब्द के सभी विभक्ति, सभी वचनों में कितने पद बनते हैं?
    (a) पन्द्रह (b) अठारह (c) चौबीस (d) इक्कीस (Ans: a)
  9. ‘स्था’ धातु का लट् लकार प्रथम पुरुष बहुवचन में शुद्ध रूप क्या है?
    (a) स्थास्यति (b) स्थास्यन्ति (c) तिष्ठन्ति (d) तिष्ठति (Ans: c)
  10. (नि + वस् + तिप्) जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) निवसत (b) निवसित (c) निवसिति (d) निवसति (Ans: d)
    यह भी देखें: संस्कृत व्याकरण के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
  11. ‘गुरुता’ प्रत्ययरूप में प्रकृति प्रत्यय क्या है?
    (a) गुरु + ​तल् (b) गुरु + ता (c) गुरु + त्व (d) इनमें से कोई नहीं (Ans: a)
  12. ‘किशोर + ङीप्’ जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) कीशोरि (b) कीसोरी (c) किशोरी (d) उपरोक्त सभी (Ans: c)
  13. ‘भाषा’ शब्द संस्कृत की धातु से बना है?
    (a) भाश् (b) भास् (c) भाष् (d) भाष्ष् (Ans: c)
  14. ऊष्म वर्णों की संख्या कितनी होती है?
    (a) दो (b) तीन (c) चार (d) पांच (Ans: c)
  15. ‘यशोबलम्’ शब्द का सन्धिच्छेद क्या है?
    (a) यश + बलम् (b) यश: + बलम् (c) यश + उबलम् (d) यशो + बलम् (Ans: b)
  16. ‘हेतु’ शब्द के साथ किस विभक्ति का प्रयोग होता है?
    (a) चतुर्थी (b) पंचमी (c) षष्ठी (d) सप्तमी (Ans: c)
  17. जिन शब्दों से वस्तुओं के क्रम का पता चलता है, उन्हें क्या कहते हैं?
    (a) संख्यावाची शब्द (b) गणनावाची शब्द (c) क्रमावाची शब्द (d) उपर्युक्त सभी (Ans : c)
  18. ‘उन्नीसवां’ शब्द का पुल्लिङ्ग में क्रमवाची रूप क्या है?
    (a) नवदशतमम् (b) नवदशतमा (c) नवदश: (d) नवदशतमी (Ans: d)
  19. ‘वाचाम्’ शब्द में कौन सी विभक्ति है?
    (a) चतुर्थी (b) षष्ठी (c) तृतीया (d) सप्तमी (Ans: b)
  20. एक सर्वनाम शब्द के कितनी विभक्तियों में पद बनते हैं?
    (a) पांच (b) आठ (c) सात (d) छ: (Ans: c)
  21. ‘हसिष्यत:’ क्रियापद में कौन सा पुरुष है?
    (a) प्रथम पुरुष (b) मध्यम पुरुष (c) उत्तम पुरुष (d) अन्य पुरुष (Ans: a)
  22. (हसित्वा) प्रत्यय रूप में प्रकृति प्रत्यय क्या है?
    (a) हस् + क्त्वा (b) हसि + क्त्वा (c) हस + क्त्वा (d) हसित् + क्त्वा (Ans: a)
  23. ‘पौराणिक’ प्रत्ययरूप में प्रकृति प्रत्यय क्या है?
    (a) पौराण + इक् (b) पौरा + णिक् (c) पौरान् + णिक् (d) पुराण + ठक् (Ans: d)
  24. ‘दात्री’ प्रत्ययरूप में प्रकृति प्रत्यय क्या है?
    (a) दात्री + ङीप् (b) दातृ + ङीप् (c) दात्री + टाप् (d) दत्री + ङीप् (Ans: b)
  25. भाषा का प्रयोग कहां होता है?
    (a) मौखिक (b) लिखित (c) क और ख दोनों (d) बोलना (Ans: c)
  26. अयोगवाह के कितने प्रकार हैं?
    (a) दो (b) तीन (c) चार (d) अयोगवाह (Ans: b)
  27. ‘सूर्याधारितम्’ शब्द का सन्धिच्छेद क्या है?
    (a) सूर्य + आधारितम् (b) सूर्या + धारितम् (c) सूर्य + अधारितम् (d) सूर्याधा + रितम् (Ans: a)
  28. ‘स: पादेन खञ्ज: अस्ति’ इस वाक्य में ‘पादेन’ शब्द में किस विभक्ति का प्रयोग हुआ है?
    (a) द्वितीया (b) तृतीया (c) चतुर्थी (d) सप्तमी (Ans: b)
  29. 4 (चार) संख्या का नपुंसकलिङ्ग शब्द क्या है?
    (a) चतुर (b) चत्वार: (c) चतस्त्र: (d) चत्वारि (Ans: d)
  30. नपुंसकलिङ्ग क्रमवाची शब्द बनाने में किस प्रत्यय का प्रयोग होता है?
    (a) तमम् (b) तमीम् (c) तमन् (d) तम: (Ans: a)
  31. ‘ज्ञाने’ शब्द में कौन-सी विभक्ति है?
    (a) सप्तमी (b) तृतीया (c) प्रथमा (d) पंचमी (Ans: a)
  32. एक सर्वनाम शब्द के सभी विभक्ति, सभी वचनों में कितने पद बनते हैं?
    (a) पन्द्रह (b) चौबीस (c) इक्कीस (d) अठारह (Ans: d)
  33. ‘पच्’ धातु का लृट् लकार प्रथम पुरुष बहुवचन में शुद्ध रूप कौन सा है?
    (a) पचन्ति (b) पचन्ती (c) पक्ष्यन्ति (d) पक्ष्याम: (Ans: c)
  34. (वस् + तिप्) जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) वस्ति (b) वसअति (c) वशति (d) वसति (Ans: d)
  35. ‘शक्ति + मतुप्’ जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) शक्तिवान् (b) शक्तिमत् (c) शक्तिमान (d) शक्तिम्त् (Ans: b)
  36. ‘रूपवती’ प्रत्ययरूप में प्रकृति प्रत्यय क्या है?
    (a) रूपवत + ङीप् (b) रूप + वती (c) इनमें से कोई नहीं (d) रूपवत् + ङीप् (Ans: d)
  37. भाषा का प्रयोग कितने रूपों में होता है?
    (a) एक (b) दो (c) तीन (d) चार (Ans: b)
  38. प्रत्येक वर्ग में कितने वर्ण होते हैं?
    (a) 3 (b) 4 (c) 5 (d) 6 (Ans: c)
  39. ‘मोचय + अनेन’ में क्या सन्धि बनती है?
    (a) मोचयनेन (b) मोचयअनेन (c) मोचअनेन (d) मोचयानेन (Ans: d)
  40. ‘विना’ शब्द के योग में कौन सी विभक्तियां होती है?
    (a) प्रथमा, तृतीया, षष्ठी (b) द्वितीया, चतुर्थी, पंचमी (c) तृतीया, चतुर्थी, पंचमी (d) द्वितीया, तृतीया, पंचमी (Ans: d)
  41. कौन सा संख्या शब्द सद द्विवचन में रहता है?
    (a) एक (b) द्वि (c) त्रि (d) चतुर् (Ans: b)
  42. क्रमवाचक शब्द बनाने के लिए पुल्लिङ्ग में कौन सा प्रत्यय जुड़ता है?
    (a) तम: (b) तमी (c) तमम् (d) तम (Ans: a)
  43. ‘आत्मान:’ शब्द में कौन-सी विभक्ति है?
    (a) प्रथमा (b) पंचमी (c) सप्तमी (d) चतुर्थी (Ans: a)
  44. ‘त्वम्’ शब्दरूप पद किस शब्द से निष्पन्न हुआ है?
    (a) युष्मद् (b) अस्मद् (c) एतद् (d) यद् (Ans: a)
  45. ‘अहसन्’ क्रियापद में कौन सा वचन है?
    (a) एकवचन (b) द्विवचन (c) बहुवचन (d) इनमें से कोई नहीं (Ans: c)
  46. (आ + दा + ल्यप्) जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) आदय (b) आदाया (c) अदाय (d) आदाय (Ans: d)
  47. ऐतिहासिक’ प्रत्ययरूप में प्रकृति प्रत्यय क्या है?
    (a) ऐतिहास + ठक् (b) ऐतिहास + इक् (c) इतिहास + ठक् (d) इति + हासिक (Ans: c)
  48. ‘पाठक + टाप्’ जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) पाठका (b) पाठीका (c) पाठिका (d) पाठकी (Ans: c)
  49. किसी भाषा के लिखने में प्रयुक्त होने वाले चिह्न क्या कहलाते हैं?
    (a) वर्ण (b) लिपि (c) व्याकरण (d) अक्षर (Ans: b)
  50. जिन वर्णों का उच्चारण करते समय मुख की वायु घर्षणपूर्वक बाहर निकलती है, क्या कहलाते हैं?
    (a) स्पर्श (b) अन्त:स्थ (c) ऊष्म (d) इनमें से कोई नहीं (Ans: c)
  51. ‘वर्षशतै: + अपि’ में क्या सन्धि बनती है?
    (a) वर्षश्तैरपि (b) वर्षशतै​रपि (c) वर्षशतैर्पि (d) वर्षशतैअपि (Ans: b)
  52. ‘छात्र: पुस्तक’ पठति’ इस वाक्य में ‘कर्म’ क्या है?
    (a) पुस्तकं (b) छात्र: (c) पठति (d) इनमें से कोई नहीं (Ans: a)
  53. 95 (पचानवे) का संस्कृत शब्द क्या है?
    (a) पंचनवि: (b) पंचनवति: (c) पंचानवति: (d) पंचनव: (Ans: b)
  54. क्रमवाचक शब्द बनाने के लिए स्त्रीलिङ्ग में कौन-सा प्रत्यय जुड़ता है?
    (a) तम (b) तमीम् (c) तमम् (d) तमी (Ans: d)
  55. ‘कर्त्रे’ शब्द में कौन सी विभक्ति है?
    (a) प्रथमा (b) षष्ठी (c) तृतीया (d) चतुर्थी (Ans: d)
  56. वे शब्द जो संज्ञा शब्दों के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं, उन्हें क्या कहते हैं?
    (a) विशेषण (b) सर्वनाम (c) विशेष्य (d) सवर्नाम (Ans: d)
  57. स्थास्यति क्रियापद में कौन सा लकार है?
    (a) लट् (b) लृट (c) लङ् (d) लोट् (Ans: b)
  58. (गै + क्वतु) जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) गीतवान् (b) गैतवान् (c) गतवान् (d) गैतवतु (Ans: a)
  59. ‘स्थूल + त्व’ जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) स्थूलता (b) स्थूलत्व (c) स्थुल्तम् (d) स्थूलत्वम् (Ans: d)
  60. ‘कनिष्ठा’ प्रत्ययरूप में प्रकृति प्रत्यय क्या है?
    (a) कनिष्ट + टाप् (b) कनिश्ठ + टाप् (c) कनिष्ठा + ङीप् (d) कनिष्ठ + टाप् (Ans: d)
  61. ”व्यक्ता वाचि वर्णा येषां त इमे व्यक्तवाच:”– भाषा की यह परिभाषा किस विद्यान ने दी है?
    (a) पतञ्जलि (b) यास्क (c) सायण (d) भरतमुनि (Ans: a)
  62. अनुस्वार का क्या अर्थ है?
    (a) स्वर के बाद (b) स्वर से पहले (c) स्वर के बीच में (d) इनमें से कोई नहीं (Ans : a)
  63. ‘अनेनैव’ शब्द का सन्धिच्छेद क्या है?
    (a) अनेन + ऐव (b) अनेन + नैव (c) अनेन + एव (d) अन + एनैव (Ans: c)
  64. ‘देवाय नम:’ यहां पर ‘देवता’ शब्द में कौन सी विभक्ति है?
    (a) तृतीया (b) चतुर्थी (c) पंचमी (d) द्वितीया (Ans: b)
  65. 3 (तीन) संख्या का नपुंसकलिङ्ग में शब्द क्या है?
    (a) त्रि (b) त्रय: (c) तिस्त्र: (d) चतुर् (Ans: d)
  66. ‘चौथा’ शब्द का स्त्रीलिङ्ग में क्रमवाची रूप क्या है?
    (a) चतुर्थम् (b) चतुर्था (c) चतुर्थ: (d) चतुर्थी (Ans: d)
  67. ‘सरित:’ शब्द में कौन-सी विभक्ति कौन-सा वचन है?
    (a) प्रथमा, एकवचन (b) षष्ठी, एकवचन (c) पंचमी, षष्ठी, एकवचन (d) चतुर्थी एकवचन (Ans: c)
  68. किसी एक संज्ञा शब्द के सभी विभक्ति, सभी वचनों में कितने पद बनते हैं?
    (a) पन्द्रह (b) चौबीस (c) इक्कीस (d) अठारह (Ans: b)
  69. ‘पास्यति’ क्रियापद में कौन सी धातु है?
    (a) पत् (b) पच् (c) पिब् (d) पा (Ans: d)
  70. (वि : भज् + ल्यप्) क्या रूप बनता है?
    (a) विभाज्य (b) विभज्या (c) विभज्य (d) विभाज्या (Ans: c)
  71. ‘बन्धु + त्व’ जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) बन्धुत्व (b) बन्धुता (c) इनमें से कोई नहीं (d) बन्धुत्वम् (Ans: d)
  72. ‘साधु + ङीष्’ जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) साधुवी (b) साधवि (c) सध्वी (d) साध्वी (Ans: d)
  73. पंजाबी भाषा किस लिपि में लिखी जाती है?
    (a) खरोष्ठी (b) गुरुमुखी (c) देवनागरी (d) इनमें से कोई नहीं (Ans: b)
  74. वर्गों के नाम किस वर्ण के आधार पर रखे गए हैं?
    (a) प्रथम (b) द्वितीय (c) तृतीय (d) चतुर्थ (Ans: a)
  75. ‘गै + अक:’ में क्या सन्धि बनती है?
    (a) गायक: (b) गैयक: (c) गौक: (d) इनमें से कोई नहीं (Ans: a)
  76. ‘मुच्’ (छोड़ना) धातु के योग में कौन सी विभक्ति होती है?
    (a) षष्ठी (b) सप्तमी (c) चतुर्थी (d) तृतीया (Ans: b)
  77. 20 (बीस) का संस्कृत में संख्या शब्द क्या है?
    (a) विंश: (b) विंशति: (c) विशति: (d) विंशती: (Ans: b)
  78. ‘उनतीसवें’ क्रम का पुल्लिङ्ग में संस्कृत क्रमवाची रूप क्या बनेगा?
    (a) एकोनत्रिंशततम: (b) एकत्रिंशतीतम: (c) एकोनत्रिंशत्तम: (d) एकोत्रिंशततमम् (Ans : c)
  79. ‘चन्द्रमसि’ शब्द में कौन सी विभक्ति और वचन है?
    (a) सप्तमी, एकवचन (b) प्रथमा, बहुवचन (c) सप्तमी, बहुवचन (d) चतुर्थी एकवचन (Ans: a)
  80. ‘सर्वस्या:’ शब्द रूप पद में कौन सी विभक्ति है?
    (a) षष्ठी (b) पंचमी (c) सप्तमी (d) a और b दोनों (Ans: d)
  81. ‘जिघ्रति’ क्रियापद में कौन सी धातु है?
    (a) घ्रा (b) जिघ्र (c) जिघ्र (d) घ्राण् (Ans: a)
  82. (कृ + अनीयर) जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) करणीय: (b) करनीय: (c) कृणीय: (d) कृनीय: (Ans: a)
  83. ‘दुर्जनता’ प्रत्ययरूप में प्रकृति प्रत्यय क्या है?
    (a) द्रूजन + ता (b) दुर्जन + तल् (c) दुर्जन + तल् (d) दूर्जन + त्व (Ans: b)
  84. ‘तपस्विन् + ङीप्’ जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) तपस्विनी (b) तपसवनी (c) तपश्वीनी (d) तपस्विनि (Ans: a)
  85. ”व्यक्ता वाचि वर्णा येषां त इमे व्यक्तवाच:” निम्न में से यह परिभाषा किसकी है?
    (a) भाषा (b) व्याकरण (c) लिपि (d) वर्ण (Ans: a)
  86. अन्त:स्थ वर्णों की संख्या कितनी होती है?
    (a) 3 (b) 4 (c) 5 (d) 6 (Ans: b)
  87. ‘तेष्वेव’ शब्द का सन्धिच्छेद क्या है?
    (a) तेष् + वेव (b) तेषु + वेव (c) तेष्व + एव (d) तेषु + एव (Ans: d)
  88. ‘साधु’ और ‘असाधु’ शब्दों के योग में कौन सी विभक्ति आती है?
    (a) सप्तमी (b) चतुर्थी (c) षष्ठी (d) पंचमी (Ans: a)
  89. कौन सा संख्या शब्द सदा एकवचन में रहता है?
    (a) एक (b) द्वि (c) त्रि (d) चतुर (Ans: a)
  90. वे शब्द जिनसे वस्तुओं के क्रम का पता चलता है क्या कहलाते हैं?
    (a) क्रमवाची शब्द (b) गणनावाची शब्द (c) संख्यावाची शब्द (d) इनमें से कोई नहीं (Ans: a)
  91. ‘अक्षि’ शब्द में कौन-सी विभक्ति है?
    (a) चतुर्थी (b) सप्तमी (c) तृतीया (d) प्रथमा (Ans: b)
  92. ‘अहम्’ शब्द रूप पद किस शब्द से निष्पन्न होता है?
    (a) यद् (b) तद् (c) अस्मद् (d) युष्मद् (Ans: c)
  93. ‘पृच्छति’ क्रियापद में कौन सी धातु है?
    (a) पृच्छ् (b) पृछ् (c) प्रछ् (d) प्रच्छ् (Ans: d)
  94. (श्रृ + क्व) जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) श्रुता: (b) श्रूत: (c) श्रुत: (d) श्रुक्त: (Ans: c)
  95. ‘रिपुत्वम्’ प्रत्ययरूप में प्रकृति प्रत्यय क्या है?
    (a) रिपू + त्वम् (b) रीपू + तल् (c) रिपु + त्व (d) उपरोक्त सभी (Ans: c)
  96. ‘​अभिनेतृ + ङीप्’ जोड़ने पर क्या रूप बनता है?
    (a) अभिनेत्री (b) अभिनेतृ (c) अभीनैत्री (d) अभीनैतृ (Ans: a)
  97. ‘भाष्’ धातु का सामान्य अर्थ क्या है?
    (a) भाषा (b) लिखना (c) पढ़ना (d) बोलना (Ans: d)
  98. स्पर्श व्यञ्जनों की संख्या कितनी होती है?
    (a) 5 (b) 8 (c) 13 (d) 25 (Ans: d)
  99. ‘राघवेणाहम्’ शब्द का सन्धिच्छेद क्या है?
    (a) राघव + एण्हम् (b) राघवेन + अहम् (c) राघवेण + अहम् (d) उपरोक्त सभी (Ans: c)
  100. ‘सार्धम्’ शब्द के योग में कौन सी विभक्ति आएगी?
    (a) द्वितीया (b) षष्ठी (c) तृतीया (d) चतुर्थी (Ans: c)