17/04/2021. Saturday
TODAY CLASS…
शिक्षा मनोविज्ञान
➖➖➖➖➖➖➖➖➖
शताब्दियों पहले *मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र* की एक शाखा के रूप में माना जाता था
➖ मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए परिभाषित करना प्रारंभ किया
➖ psychology शब्द की उत्पत्ति *(गैरेट के अनुसार )* *ग्रीक /लेटिन* भाषा के दो शब्द *psyche +logos* से मिलकर हुई
➖यहां *psyche* का अर्थ:— *आत्मा*
➖ *Logos* का अर्थ :— *अध्ययन करना*
➖ *आत्मा शब्द* को आधार मानकर *16वीं शताब्दी* में सर्वप्रथम *प्लेटो ,अरस्तु ,डेकार्ट* के द्वारा मनोविज्ञान को *आत्मा का विज्ञान* माना गया
➖ आत्मा शब्द का स्पष्ट व्याख्या नहीं होने के कारण *16वीं शताब्दी के अंत में* या परिभाषा *अमान्य* हो गई
➖ *17 वी शताब्दी* में *इटली के मनोविज्ञान पोम्पोलोजी और सहयोगी थासडरीड* ने मनोविज्ञान को *मन या मस्तिष्क* का विज्ञान माना
➖ बाद में यह परिभाषा भी अमान्य अपूर्ण अर्थ होने के कारण *18 वीं शताब्दी में अमान्य हो गई*
➖ *19वीं शताब्दी* में *विलियम वूंट , विलियम जेम्स, जेम्ससली, टीचनर,वाईव्स* आदि के द्वारा मनोविज्ञान को *चेतना का विज्ञान* माना गया
➖ यह परिभाषा भी अपूर्ण होने के कारण अमान्य कर दी गयी
➖ *विलियम वूंट ने* ( *जर्मनी के:– लिपजिंग)* शहर में ( *कार्ल मार्क्स विश्वविद्यालय* ) *1879* को *प्रथम मनोविज्ञान प्रयोगशाला* बनाया
➖ *भारत* में *1915 कोलकाता* में *सेन गुप्त* के द्वारा स्थापित *प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला* स्थापित की
➖ इसलिए *विलियम वूण्ट* को *प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक* कहा जाता है
➖ *विलियम मैकडूग्ल* ने अपनी पुस्तक **OUTLINE OF PSYCHOLOGY* * *चेतना शब्द* की *निंदा* की है
➖ *20 वी शताब्दी में* मनोविज्ञान को ” *व्यवहार का विज्ञान* ” माना गया और आज तक यही परिभाषा प्रचलित है व्यवहार का विज्ञान मानने वालों में *प्रमुख मनोवैज्ञानिक वाटसन और इनके अलावा वूडवर्थ,स्किनर, मैकडुग्ल व थार्नडाईक* आदि थे
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻
Notes by:— ✍संगीता भारती✍
“शिक्षा मनोविज्ञान”
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆●●◆
★ शताब्दियों पहले मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र की एक शाखा के रूप में माना जाता था।
मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए परिभाषित करना प्रारंभ किया।
★Psychology शब्द की उत्पत्ति (गैरेट के अनुसार) ग्रीक/लैटिन भाषा के 2 शब्द से हुई है।
Psyche => आत्मा(मन)
Logos => अध्ययन
★ आत्मा शब्द का आधार मानकर 16वी शताब्दी में सर्वप्रथम (प्लूटो ,अरस्तु, डेकार्ट)
ने मनोविज्ञान को *आत्मा का विज्ञान* कहा है।
★ आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या नहीं कर पाए
16 वी शताब्दी के अंत में यह परिणाम अमान्य करार दिया।
★17वीं शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक पॉम्पोलॉजी और इनके सहयोगी थासडरीड ने मनोविज्ञान को *मन या मस्तिष्क* का बोला गया।
बाद में यह परिभाषा अमान्य हो गयी इसका अर्थ अपूर्ण था।
★18वीं शताब्दी में विलियम वुन्ट ,विलियम जेम्स,जेम्स सली *चेतना का विज्ञान* कहा।
यह परिभाषा भी अमान्य हो गयी ।
विलियम वुन्ट जर्मनी के लिपजिंग शहर में 1879 को (कार्ल मार्क्स विश्व विद्यालय में) प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की इसलिय वुन्ट को *”प्रयोगशाला मनोविज्ञान”* का जनक कहा जाता है।
★ भारत मे कलकत्ता में *सेन गुप्त* द्वारा 1915 में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की गई।
◆ *Outline Psychology* पुस्तक में मैकडुगल ने चेतना शब्द की निंदा की
★ मनोवैज्ञानिक वाटसन , वुडवर्थ, स्किनर,
थॉर्नडाइक, मैग्डूगल==> 20वीं शताब्दी में कहा कि मनोविज्ञान *व्यवहार का विज्ञान* है।
✒️✒️ आनंद चौधरी📋📋
17/04/2021
(SUPER Tet Clas 1)
☘️🌼 शिक्षा मनोविज्ञान🌼☘️
🔸 शताब्दियों पहले मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र की शाखा के रूप में माना जाता है।
🔸 मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना प्रारंभ किया गया।
🔸 psychology शब्द की उत्पत्ति ( गैरेट के अनुसार) ग्रीक / लेटिन भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है।
🌼 Psyche ➡️ आत्मा (मन)
🌼 logos ➡️ अध्ययन
“आत्मा का अध्ययन”
🔸” आत्मा “शब्द को आधार मानकर 16वीं शताब्दी में सर्वप्रथम प्लेटो, अरस्तु, डेकार्टे इन्होंने मनोविज्ञान को “आत्मा का विज्ञान” कहा।
🔸आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या नहीं होने के कारण 16वीं शताब्दी के अंत में ही इसे अमान्य करार दिया।
🔸 17 वीं शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक”पाॅम्पाॅलोजी”और इसके सहयोगी “थासडरीड”इन्होंने मनोविज्ञान को “मन मस्तिष्क का विज्ञान” बोला।
🔸 बाद में यह परिभाषा भी अमान्य हो गई क्योंकि इसका अपूर्ण था।
🔸 19वीं शताब्दी में विलियम वुण्ट, विलियम जेम्स, जेम्स सली, टिचनर आदि मनोवैज्ञानिकों को “चेतना का विज्ञान “बोला।
🔸 19वीं शताब्दी में की परिभाषा भी अमान्य हो गई।
🔸 विलियम वुण्ट जर्मनी के लिपजिग शहर में सन 18 सो 79 हो कार्ल मार्कस विश्व विद्यालय में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की इसलिए उनको “प्रयोगशाला मनोविज्ञान “का जनक कहा जाता है।
🔸भारत में कोलकाता में सेन गुप्त द्वारा सन् 1915 में प्रथम “मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला” स्थापित की गई।
🔸 Outline of psychology इस पुस्तक को मेग्डूगल में चेतना शब्द की निंदा की।
🔸 मनोविज्ञान वाटसन वुडवर्थ,स्किनर,थार्नडाइक ने मेग्डूगल का साथ दिया और बीसवीं शताब्दी में कहा कि “मनोविज्ञान व्यवहार का विज्ञान” है।
📚📚✍🏻 Notes by…. Sakshi Sharma✍🏻📚📚
Date-17-04-2021. Time-9:00@m
Course-UPTET
Day- Saturday
🧠 🧠Child psychology 🧠🧠
🌊 शिक्षा मनोविज्ञान🌊
💞🌸शताब्दियों पहले मनोविज्ञान को दर्शन शास्त्र की शाखा के रूप में माना जाता है।
💞🌸मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना प्रारंभ किया गया।
💞🌸Psychology”शब्द की उत्पत्ति (गैरेट के अनुसार) ग्रीक/लैटिन ) भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है, जो निम्नलिखित है÷
🗣️Pshyche÷आत्मा(मन)
🗣️Logus÷ का अध्ययन
🌸(अर्थात आत्मा का ज्ञान)🌸
🌻🌻🌻16वी शताब्दि🌻🌻🌻
🥀आत्मा शब्द को आधार मानकर 16वीं शताब्दी में सर्वप्रथम *प्लेटो ,*अरस्तु ,* देकार्ते ने मनोविज्ञान को आत्मा का विज्ञान कहा,
🥀”आत्मा”शब्द की स्पष्ट व्याख्या नहीं होने के कारण 16वीं शताब्दी के अंत में ही यह परिभाषा अमान्य कर दिया गया।
🌻🌻17 वी शताब्दी🌻🌻
🥀17 वीं शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक पाँम्पांँलोजी और उनके सहयोगी “थासडरीड” ने मनोविज्ञान को “मन या मस्तिष्क”का विज्ञान कहा,
। बाद में यह परिभाषा भी अमान्य हो गई क्योंकि इसका अर्थ अपूर्ण था,
इसलिए इसलिए 18वीं शताब्दी में ही अमान्य हो गई।
🌻🌻🌻19वीं शताब्दी🌻🌻🌻
🌊19वीं शताब्दी में *”विलियम वुंट”और “विलियम जेम्स”वा “जेम्ससली” वा टिचनर आदि लोगों ने मनोविज्ञान को “चेतना का विज्ञान” कहा,
🥀लेकिन यह परिभाषा भी अमान्य मान ली गई लेकिन,
” विलियम वुंट” ने जर्मनी के ‘लिपजिंग शहर’ में 1879 को एक विश्वविद्यालय (कार्ल मार्कस विद्यालय )में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की इसलिए “विलियम वुंट” को “प्रयोगात्मक मनोविज्ञान” का जनक कहा जाता है।
🥀भारत में कोलकाता में “सेनगुप्त” द्वारा 1915 में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की।
🥀विलियम मैक्डूगल ने अपनी पुस्तक “Outline of Psychology”में इन्होंने “चेतना” शब्द की निंदा की।
🥀इनके साथ प्रमुख रूप से कुछ मनोवैज्ञानिक “वाटसन”; “वुडवर्थ” ; “स्किनर” ; “थार्नडाइक” ; इत्यादि लोगो ने मिलकर मैक्डूगल का साथ दिया और,
🌊20 वी शताब्दी-इन्होने “चेतना” के विज्ञान को नकार दिया और कहा मनोविज्ञान को “व्यवहार का विज्ञान” कहा।
🧠धन्यवाद
💞Written by -🔬Shikhar pandey🔬
🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀
📛 शिक्षा मनोविज्ञान (Education Psychology)
💠 शताब्दियों पहले मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र की शाखा के रूप में माना जाता था |
💠 मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना प्रारंभ किया गया |
💠 𝙋𝙨𝙮𝙘𝙝𝙤𝙡𝙤𝙜𝙮 शब्द की उत्पत्ति (गैरेट के अनुसार)
ग्रीक/ लेटिन भाषा के शब्दों दो शब्दों से हुई है 𝙋𝙨𝙮𝙘𝙝𝙚 और𝙇𝙤𝙜𝙪𝙨 जिसमें 𝙥𝙨𝙮𝙘𝙝𝙚 का अर्थ आत्मा और 𝙡𝙤𝙜𝙪𝙨 का शब्द का अर्थ अध्ययन है अर्थात “आत्मा का अध्ययन ” |
💠आत्मा शब्द को आधार मानकर 16 वी शताब्दी में सर्वप्रथम ( प्लेटो ,आरस्तु ,और डेकार्टे ) ने मनोविज्ञान को
“आत्मा का विज्ञान” कहा |
💠 आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या नहीं होने के कारण 16 वी शताब्दी के अंत में ही यह परिभाषा अमान्य करार की गई |
💠 17वीं शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक पाॅम्पालॉजी और उनकी सहयोगी थासडरीड ने मनोविज्ञान को
“मन या मस्तिष्क का विज्ञान” कहा |
💠 बाद में यह परिभाषा भी अमान्य हो गई क्योंकि इसका अर्थ अपूर्ण था |
18 वीं शताब्दी में इसे भी अमान्य घोषित किया गया |
💠 19वीं शताब्दी में विलियम वुण्ट, विलियम जेम्स, जेम्ससली, आदि ने मनोविज्ञान को
“चेतना का विज्ञान” बोला |
💠 यह परिभाषा भी अमान्य हो गई |
विलियम वुण्ट ने जर्मनी के लिपजिंग शहर में 1879 को (कॉल मार्क्स विश्वविद्यालय) में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की इसलिए उनको
” प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक” माना जाता है |
💠 भारत में कलकाता में सेन गुप्त द्वारा 1915 में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की गई |
💠 𝙊𝙪𝙩𝙡𝙞𝙣𝙚 𝙤𝙛 𝙋𝙨𝙮𝙘𝙝𝙤𝙡𝙤𝙜𝙮 पुस्तक में मेक्डूगल ने चेतना शब्द की निंदा की |
💠 इनके साथ प्रमुख रूप से मनोवैज्ञानिक वाटसन, वुडवर्थ , स्किनर,थार्नडाइक, और मेक्डूगल ने बीसवीं शताब्दी में मनोविज्ञान को
“व्यवहार का विज्ञान ” कहा |
नोट्स बाय➖ रश्मि सावले
🍀🌹🌺🌼🌸🍀🌹🌺🌼🌸🍀🌹🌺🌼🌸🍀🌹🌺🌼🌸🍀🌹🌺🌼🌸
शिक्षा मनोविज्ञान
💥💥💥💥💥💥💥💥💥
17 April 2021
शताब्दियों पहले मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र की शाखा के रूप में माना जाता था।
तथा फिर मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना प्रारंभ किया गया।
Psychology शब्द की उत्पत्ति गैरेट के अनुसार :-K
ग्रीक / लेटिन भाषा के दो शब्दों से हुई है –
1. Psyche :- आत्मा ( मन )
2. Logos :- अध्ययन
अर्थात आत्मा का अध्ययन
आत्मा शब्द को आधार मानकर 16वीं शताब्दी में सर्वप्रथम [ प्लेटो , अरस्तू , डेकार्टे ] ने मनोविज्ञान को आत्मा का विज्ञान कहा।
लेकिन आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या ना होने के कारण 16 वी शताब्दी के अंत में इस परिभाषा को अमान्य करार दिया गया।
17 वी शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक पॉम्पॉलॉजी जी और उनके सहयोगी थासडरीड ने मनोविज्ञान को मन या मस्तिष्क का विज्ञान बोला है।
बाद में यह परिभाषा भी अमान्य कर दी गयी क्योंकि इसका अर्थ अपूर्ण था। अतः यह 18वीं शताब्दी में अमान्य हो गई।
19वीं शताब्दी में विलियम वुन्ट , विलियम जेम्स , जेम्ससलि , टिचनर आदि ने मनोविज्ञान को चेतना का विज्ञान बोला ।
पता यह परिभाषा भी अमान्य हो गई।
आइये यहाँ हम विलियम वुन्ट के बारे में कुछ तथ्य जानते हैं :-
विलियम वुन्ट ने जर्मनी के लिपजिंग शहर में सन् 1879 में कार्ल मार्क्स विश्वविद्यालय में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की।
इसीलिए विलियम वुन्ट को प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक बोला जाता है।
तथा भारत के कोलकाता में सेन गुप्त द्वारा सन् 1915 में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की गई थी।
अतः इसके बाद मैक्डुगल ने अपनी पुस्तक Outline Of Psychology में चेतना शब्द की निंदा की।
मनोवैज्ञानिक वाट्सन , वुडवर्थ , स्किनर , थॉर्नडाइक और मैक्डुगल ने 20 वीं शताब्दी में कहा कि मनोविज्ञान व्यवहार का विज्ञान है।
✍️Notes by – जूही श्रीवास्तव✍️
🌼 Education psychology 🌼
⭐(शिक्षा मनोविज्ञान)⭐
🔸शताब्दियों पहले मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र की शाखा के रूप में माना जाता है |
🔸मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना प्रारंभ किया गया है |
🔸Phychology शब्द की उत्पत्ति (गैरेट के अनुसार) ग्रीक शब्द लैटिन भाषा के दो शब्दों से बना है |
◾Psyche – आत्मा (मन)
◾Logos – अध्ययन
🔹इसे आत्मा का अध्ययन कहते हैं |
🔸आत्मा शब्द को आधार मानकर 16 वीं शताब्दी में सर्वप्रथम (प्लेटो अरस्तु डेकार्ट) ने मनोविज्ञान को “आत्मा का विज्ञान ” कहा है |
🔸आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या नहीं होने के कारण 16वीं शताब्दी के अंत में यह परिभाषा अमान्य करा दिया |
🔸17वीं शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक पाॅम्पोलाॅजी और उनके सहयोगी थासडरीड ने मनोविज्ञान को “मन या मस्तिष्क का विज्ञान ” बोला है |
🔸 बाद में यह परिभाषा भी अमान्य हो गई क्योंकि इसका अर्थ अपूर्ण था 18वीं शताब्दी में अमान्य हो गई |
🔸19वीं शताब्दी में विलियम विलियम जेम्स जेम्ससली टिचनर आदि मनोविज्ञान को “चेतना का विज्ञान” बोला है |
यह परिभाषा भी अमान्य हो गई |
🔸विलियम वुण्ट जर्मनी के लिपजिंग शहर में 1879 को (कार्ल मार्कस विश्वविद्यालय में) प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की |
इसलिए विलियम वुण्ट को “प्रयोगात्मक मनोविज्ञान” का जनक बोला जाता है |
🔸भारत में कोलकाता में सेन गुप्त द्वारा 1915 में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की गई |
🔸outline of psychology पुस्तक में मैग्डूगल ने चेतना शब्द की निंदा की |
🔸मनोवैज्ञानिक वाटसन, वुडवर्थ स्किनर थाॅर्नडाइक मैग्डूगल ने 20वीं शताब्दी में कहा कि मनोविज्ञान “व्यवहार का विज्ञान” है |
Notes by – Ranjana Sen
Date – 17April 2021
🗿🗿📕📔✒️🖋️ शिक्षा मनोविज्ञान 🖋️✒️📔📕🗿🗿
🌸 शताब्दियों पहले मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र की शाखा के रूप में माना जाता था।
🌸 मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना प्रारंभ किया गया।
🌸 साइकोलॉजी शब्द की उत्पत्ति ( गैरेट के अनुसार ) ग्रीक / लैटिन भाषा के दो शब्द से हुई है :-
Psyche – आत्मा ( मन) Logos – अध्ययन
= आत्मा का अध्ययन
✒️ आत्मा का विज्ञान
🌺 आत्मा शब्द को आधार मानकर 16वीं शताब्दी में सर्वप्रथम प्लेटो, अरस्तु , डेकार्टे ने मनोविज्ञान को “आत्मा का विज्ञान” कहा।
🌺 यह आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या नहीं होने के कारण 16वीं शताब्दी के अंत में यह परिभाषा अमान्य करार दी गई।
✒️ मन या मस्तिष्क का विज्ञान
🌺 17वीं शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक पॉम्पॉलोजी और उनके सहयोगी यासडरीड ने मनोविज्ञान को “मन या मस्तिष्क का विज्ञान” कहा ।
बाद में 18 वीं शताब्दी में यह परिभाषा भी अमान्य हो गई क्योंकि इसका अर्थ अपूर्ण था ।
✒️ चेतना का विज्ञान
🌺 19वीं शताब्दी में विलियम वुण्ट , विलियम जेम्स , जेम्स सेली , टिचनर आदि लोगों ने मनोविज्ञान को “चेतना का विज्ञान” बोला ।
यह परिभाषा भी अमान्य हो गई।
✒️ प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला
विलियम वुण्ट ने जर्मनी के लिपजिंग शहर में 1879 में कार्ल मार्क्स विश्वविद्यालय में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की।
( विलियम वुण्ट कार्ल मार्क्स के शिष्य थे। )
इसलिए विलियम वुण्ट को प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक कहा जाता है।
✒️ भारत की प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला
भारत में 1915 में कोलकाता में सेन गुप्त द्वारा प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की गई।
✒️ व्यवहार का विज्ञान
🌺 आउटलाइन ऑफ़ साइकोलॉजी
इस पुस्तक में मैक्डूगल ने चेतना शब्द की निंदा की ।
मनोवैज्ञानिक वाटसन, वुडवर्थ, स्किनर ,थार्नडाइक ने भी मेक्डूकल का साथ दिया।
मैक्डूगल ने 20वीं शताब्दी में कहा कि मनोविज्ञान “व्यवहार का विज्ञान ” है।
🌸 धन्यवाद
वंदना शुक्ला🌸
❇️शिक्षा मनोविज्ञान🌸
✨शताब्दी से पहले मनोविज्ञान दर्शनशास्त्र की एक शाखा के रूप में माना जाता है
✨मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना प्रारंभ किया गया।
Psychology शब्द की उत्पत्ति गैराट के अनुसार ग्रीक (लैटिन)भाषा 2 शब्दों से बना है
Psyche=आत्मा
Logo= अध्ययन
✨आत्मा आत्मा शब्द को आधार मानकर 16वीं शताब्दी में सर्वप्रथम प्लेटो अरस्तु डेकॉर्ड इन्होंने मनोविज्ञान को को आत्मा का अध्ययन कहा ।
✨आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या नहीं होने के कारण 16वीं शताब्दी के अंत में इस परिभाषा को अमान्य कर दिया गया।
✨17 वीं शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक पॉम्पुलरी और सहयोगी थासडरी ने ,मनोविज्ञान को मानव मस्तिष्क का विज्ञा,न बताया है।
✨बाद में यहां परिभाषा भी अमान्य हो गई क्योंकि ये परिषा भीअपूर्ण थी 18 शताब्दी में मनमानी हो गई ।
✨19वीं शताब्दी मैं विलियम फोर्ट विलियम जेम्स टीचर आदि मनोवैज्ञानिक ने चेतना का विज्ञान माना।
यह परिभाषा भी अमान्य हो गई।
✨विलियम वुण्ट जर्मनी के लिए बीजिंग शहर में 1879 कार्ल मार्क्स विश्वविद्यालय में प्रथम मनोवैज्ञानिक पुलिसवाला स्थापित की इसलिए विलियम वुण्ट को प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक कहा जाता है।
✨भारत में कोलकाता में सेन गुप्ता द्वारा 18 से 15 ईसवी में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की गई।
✨आउटलाइन साइकोलॉजी इस पुस्तक में मैक्डुगल ने चेतना शब्द की निंदा की।
✨इनके साथ मनोवैज्ञानिक वाटसन वुडवर्थ स्कीनर थानडाईअ मैक्डुगल 20सताब्दी में मनोविज्ञान को व्यवहार का विज्ञान कहा।
🙏🙏✍️✍️Laki✍️🙏🙏
शिक्षा मनोविज्ञान
शताब्दियों पहले मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र की शाखा के रूप में माना जाता था।
मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना प्रारंभ किया गया।
Psychology शब्द की उत्पत्ति गैरेट के अनुसार ग्रीक या लैटिन भाषा के दो शब्दों से बना है
Psyche. – आत्मा
+
Logos – अध्ययन
अर्थात आत्मा का अध्ययन
‘आत्मा ‘ शब्द को आधार मानकर सोलवीं शताब्दी में सर्वप्रथम ‘प्लेटो, अरस्तु और डेकार्टे ‘ ने मनोविज्ञान को “आत्मा का विज्ञान” कहा।
आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या नहीं होने के कारण 16वीं शताब्दी में के अंत में यह परिभाषा अमान्य कर दी गई।
17 वीं शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक ‘पॉम्पॉलोजी’ और उनके सहयोगी ‘थासडरीड ‘ने मनोविज्ञान को “मन या मस्तिष्क का विज्ञान” बोला।
बाद में यह परिभाषा भी अमान्य हो गई क्योंकि इसका अर्थ अपूर्ण था यह परिभाषा 18वीं शताब्दी में अमान्य हो गई।
19वीं शताब्दी में विलियम वुण्ट, विलियम जेम्स, जेम्ससली ,टिंचनर आदि ने मनोविज्ञान को “चेतना का विज्ञान “बोला।
यह परिभाषा भी अमान्य हो गई।
विलियम वुण्ट ने जर्मनी के लिपजिंग शहर में 1879 को कार्ल मार्क्स विश्वविद्यालय में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की
इसी कारण ‘विलियम वुण्ट’ को “प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक” बोला जाता है।
भारत में कलकत्ता में’ ‘सेन गुप्त’ द्वारा 1905 में “प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला” स्थापित की गई।
Outline of psychology – पुस्तक में मेग्डूगल ने चेतना शब्द की निंदा की।
मनोवैज्ञानिक वाटसन ,वुडवर्थ ,स्किनर, थार्नडाइक, मेग्डूगल ने बीसवीं शताब्दी में कहा कि मनोविज्ञान “व्यवहार का विज्ञान” है।
Notes by Ravi kushwah
*शिक्षा मनोविज्ञान*
💫💫💫💫💫💫💫
➡️शताब्दियों पहले मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र की शाखा के रूप में रखा जाता है।
➡️ मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना प्रारंभ किया गया।
➡️ सायकोलॉजी शब्द की *उत्पत्ति गैरेट के अनुसार* ग्रीक/ लैटिन भाषा के (pysche =आत्मा,, logos= अध्ययन) से हुआ है जिसका अर्थ है आत्मा का अध्ययन।
➡️ आत्मा शब्द को आधार मानकर 16 वीं शताब्दी में सर्वप्रथम प्लेटो, अरस्तु, डेकोर्ट ने मनोविज्ञान को “आत्मा का विज्ञान कहा”।
➡️ आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या नहीं होने के कारण 16 वीं शताब्दी के अंत में यह परिभाषा अमान्य करार कर दिया गया।
➡️ 17 वीं शताब्दी में इटली के मनोवैज्ञानिक पॉमपोलॉजी और अन्य सहयोगी थासडरीड ने मनोविज्ञान को “मन या मस्तिष्क का विज्ञान” बोला।
➡️ बाद में यह परिभाषा भी अमान्य हो गए क्योंकि इसका अर्थ अपूर्ण था यह 18 में शताब्दी में अमान्य हुई।
➡️ 19वीं शताब्दी में विलियम वुंट ,विलियम जेम्स,जेम्स सली, टिचनर आदि ने मनोविज्ञान को “चेतना का विज्ञान” बोला।
यह परिभाषा भी अमान्य हो गई।
➡️ विलियम वुंट, जर्मनी के लिपजिंग शहर में,1879 को कार्ल मार्क्स विश्व विद्यालय में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की। इसलिए विलियम वुंट को “प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक” बोला जाता है।
➡️ भारत में कलकाता में सेन गुप्त द्वारा 1915 में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला स्थापित की गई।
➡️ Outline of psychology पुस्तक में मैक्डूगल ने चेतना शब्द की निंदा की।
➡️मनोवैज्ञानिक वॉटसन, वुड वर्थ, स्किनर, Thorndike ने बीसवीं शताब्दी में कहा कि मनोविज्ञान “व्यवहार का विज्ञान” है।
Notes by Shreya Rai ✍️🙏