Date – 26 may ,2021
Day – Wednesday

अभिप्रेरणा के सिद्धांत
🎄 कुछ प्रश्न जन्म लेते है हमारे दिमाग मे कि ➖
👉 प्रमुख प्रेरणा तंत्र क्या है और यह तंत्र कैसे प्रेरित करता है?
👉अलग- अलग प्रेरणा आपस मे कैसे संबंधित हैं?
👉प्रेरित व्यवहार मे किस प्रकार परस्पर प्रतिक्रिया होती है?

➡ बहुत सारे मनोवैज्ञानिक ने इन प्रश्नो के उत्तर खोजने के लिये अनेक सिद्धांत की रचना की ➖

🟢 मेकडुगल का मूल प्रवत्ति सिद्धांत ( Basic Nature Theory)
👉 इनका कहना था कि कोई भी व्यवहार जो हम करते है यह मूल प्रवत्ति से प्रेरित होने पर ही किया जाता है |

🟢 अनुवांशिकी पैटर्न का सिद्धांत ( Heredity pattern)
👉Lorenz ( लॉरेंज) ने बताया कि प्रेरणा अनुवांशिकी होता है |

🟢 मनोविश्लेषणवादी सिद्धांत
👉 यह सिद्धांत सिगमंड फ्रायड के द्वारा दिया गया
👉 इनके अनुसार व्यक्ति के व्यवहार को अचेतन प्रेरक प्रभावित करता है ➖ चेतन और अचेतन
💃 इदम् ( Id) ➖ खुद का आनंद चाहता है |
💃 अहम् ( Ego) ➖ यह वास्तविकता पर काम करता है |
💃 परम् अहम् ( Super Ego) ➖ यह आदर्शवादी पर आधारित है |

🟢 मास्लो का आवश्यकता अनुक्रम सिद्धांत ➖

  1. शारीरिक आवश्यकता (Physical need)
  2. सुरक्षा की आवश्यकता (Safety requirements)
  3. प्यार एवं संबंधों की आवश्यकता (Need for Love and Belonging)
  4. आत्मसम्मान की आवश्यकता (Self-respect Requirements)
  5. आत्मबोध (Self-actualization)

🎄शारीरिक आवश्यकता (Physical need) ➖ मनुष्य की प्राथमिक आवश्यकता उसकी शारीरिक संतुष्टि होती है जिसके अभाव में वह जीवन व्यतित करने की कल्पना तक नही कर सकता। जैसे -भोजन, पानी, क्रियाशीलता, विश्राम इत्यादि |

🎄 सुरक्षा की आवश्यकता (Safety requirements) ➖जब व्यक्ति को उसकी प्रथम चरण की आवश्यकता की पूर्ति हो जाती है तो तब उसको अपने अस्तित्व की चिंता होने लगती है वह अपने अस्तित्व की महत्ता को जानने लगता है जिस कारण वह अपने जीवन-मृत्यु के संबंध में सोचने लगता हैं। अपने जीवन को स्थिरता प्रदान करने के लिए उसे इस दूसरे चरण की आवश्यकता महसूस होती हैं।

🎄 प्यार एवं संबंधों की आवश्यकता (Need for Love and Belonging)
व्यक्तियों को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु अन्य व्यक्तियों की आवश्यकता होती है वह इन समस्त आवश्यकताओं की प्राप्ति अकेले रहकर नही कर सकता। जिस कारण वह अपने परिवार का निर्माण करता है एवं समाज के साथ विभिन्न प्रकार के संबंधों की स्थापना करता है जैसे- पत्नी,भाई,बहन,प्यार,दोस्त आदि।

🎄आत्मसम्मान की आवश्यकता (Self-respect Requirements)
प्यार और संबंधों की आवश्यकता की पूर्ति हो जाने के पश्चात उसे समाज मे गौरवपूर्ण तरीके से जीवनयापन करने हेतु आत्मसम्मान की आवश्यकता महसूस होती है जिस कारण वह एक गौरवपूर्ण पद प्राप्त करने और दूसरे से अपनी एक अलग पहचान बनाने अर्थात खुद को विशिष्ट दिखाने की आवश्यकता की पूर्ति करने का प्रयास करता हैं |

🎄आत्मबोध (Self-actualization)
मनुष्य को आत्मबोध तब होता है जब वह अपने चारों चरणों की पूर्ति कर लेता हैं। इसमे व्यक्ति अपनी आंतरिक शक्तियों को जान लेता है एवं उसे आंतरिक संतुष्टि की प्राप्ति हो जाती है।

🏵 अभिप्रेरक के प्रकार ( Types of Motivator)
👉 जन्मजात अभिप्रेरक – भूख, प्यास, निंदा, विश्राम
👉 अर्जित अभिप्रेरक – समाजिकता, रुचि, प्रतिष्ठा
👉 स्वभाविक अभिप्रेरक – खेलना, बात करना
👉 कृत्रिम अभिप्रेरक – पुरुस्कार, दण्ड, प्रशंसा
👉 जैविक अभिप्रेरक – संवेग – भय, क्रोध, भूख, प्रेम, दुख, खुशी
👉 सामाजिक अभिप्रेरक – प्रतिष्ठा, सम्मान, रचनात्मकता, पुरुस्कार
👉 उपलब्धि अभिप्रेरक – अधिक सफलता के लिए किया जाने वाला कार्य
🟢 मन और फर्नाल्ड 🟢
👉 उपलब्धि अभिप्रेरक से तात्पर्य श्रेष्ठता का विशेष स्तर प्राप्त करना

👉 अनुमोदन अभिप्रेरक – व्यक्ति ऐसे कार्यो को करता है जिसमे उनकी सराहना और प्रशंसा हो |

🏵 अभिप्रेरित व्यवहार की विशेषताएँ 🏵
👉 इन व्यवहार के लक्षण को जानना आवश्यक है ताकि अध्यापक को कक्षा मे अपनी अभिप्रेरणा की विधियों के प्रभाव और उपयोगिता का वास्तविक ज्ञान हो |

🏵 अभिप्रेरित व्यवहार के मुख्य लक्षण 🏵

  1. ध्यान केंद्रित करना
  2. उत्सुकता
  3. निरंतरता
  4. आवश्यकता की पूर्ति
  5. क्रिया केंद्रित प्रक्रिया
  6. बैचेनी दूर होना
  7. शक्ति संचालन

📝📝📝 नोटस बाय – निधि तिवारी🌿🌿🌿

🛑 अभिप्रेरणा के सिद्धांत➖

जब हम अभिप्रेरणा की बात करते हैं तो हमारे मन में उससे संबंधित कुछ प्रश्न जन्म लेते हैं जैसे—

प्रमुख प्रेरणा तंत्र क्या है और यह तंत्र कैसे प्रेरित करता है???

अलग-अलग प्रेरणा आपस में कैसे संबंधित है????

प्रेरित व्यवहार में किस प्रकार परस्पर प्रतिक्रिया होती है????

आदि इन सभी प्रश्नों के उत्तर खोजने के लिए अलग मनोवैज्ञानिकों ने अपने अनेक सिद्धांत बताए हैं जो कि निम्न है ➖

🌏मेक्डूगल का मूल प्रवृत्ति सिद्धांत ➖

सिद्धांत के प्रतिपादक मेक्डूगल, जेम्स और बर्ट को माना जाता है इनका कहना है कि कोई भी व्यवहार मूल प्रवृत्ति से प्रेरित होने पर ही किया जाता है |

🌏 अनुवांशिकी पैटर्न का सिद्धांत ➖

यह सिद्धांत लॉरेंज जी द्वारा दिया गया है जिसमें उन्होंने कहा कि प्रेरणा अनुवांशिक होता है |

🌏 मनोविश्लेषण वादी सिद्धांत सिद्धांत ➖

मनोविश्लेषण वादी सिद्धांत के प्रतिपादक सिगमंड फ्रायड हैं जिनके अनुसार व्यक्ति के व्यवहार को अचेतन प्रेरक प्रभावित करता है व्यक्ति का व्यवहार मूल प्रवृत्ति और अचेतन मन पर निर्भर होता है |

इस सिद्धांत में उन्होंने तीन अवस्थाओं का वर्णन किया है➖

इदंम (Id)

अहम (Ego)

परम अहम (Super ego)

💠 इदंम ➖

इसमें व्यक्ति खुद का आनंद चाहता है वह तत्कालिक सुख की प्राप्ति करना चाहता है वह अपने स्वार्थ को ध्यान में रखते हुए क्षणिक सुख की प्राप्ति चाहता है |

💠 अहम् ➖

इसमें व्यक्ति वास्तविकता पर काम करता है |

💠 परम अहम ➖

इसमें व्यक्ति आदर्शवादी होता है |

🌏 मास्लो का आवाश्यकता अनुक्रम का सिद्धांत➖

💠 मास्लो ने अपने सिद्धांत में बताया कि मनुष्य की आवश्यकताएं पूरी ना होने वाली समस्त जरूरत है जो व्यवहार को प्रभावित करती हैं |
व्यक्ति सभी जरूरतें पूरी नहीं हो सकती क्योंकि जरूरतें अनेक होती है इसलिए व्यक्ति उनकी प्राथमिकता तय करता है फिर उनको पूरा करता है |

💠 मनुष्य की अनेक जरूरत होती है लेकिन इसका निष्पादन क्रमवार उसकी प्राथमिकता के अनुसार से होता है बिना जरुरत के व्यक्ति कुछ नहीं करता है जरूरत ही व्यक्ति की समस्या है जो एक पूरी होते ही दूसरी उत्पन्न हो जाती है |

💠 निम्न स्तर की जरूरत है यदि निम्न स्तर पर ही पूरी हो जाती है तो व्यक्ति आगे कदम उठा सकता है |

💠 यदि किसी व्यक्ति के अंदर मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य उपस्थित है तो वह पदानुक्रम पर जरूर प्रगति करता है |

मौस्लो के अनुसार आवश्यकता को 5 स्तर में बांटा गया है ➖

1) निम्न स्तर की आवश्यकता जैसे ➖ भूख, प्यास, नींद ,सेक्स आदि |

2) सुरक्षा की आवश्यकता जैसे➖ नौकरी स्वास्थ्य संसाधन, प्रॉपर्टी आदि |

3) तदात्मिकता संबंध जैसे ➖दोस्ती, परिवार, जीवन साथी आदि |

4) आत्मसम्मान की आवश्यकता

5) स्वप्रत्यक्षीकरण

🛑 अभिप्रेरणा के प्रकार➖

1) जन्मजात अभिप्रेरक
जैसे भूख ,प्यास, नींद, आराम आदि |

2) अर्जित अभिप्रेरक
सामाजिकता, रुचि ,प्रतिष्ठा आदि |

3) स्वाभाविक अभिप्रेरक
खेलना ,बात करना आदि |

4) कृत्रिम अभिप्रेरक
पुरस्कार , दंड आदि |

5) जैविक अभिप्रेरक
संवेग को जैविक अभिप्रेरक में रखा गया है जैसे भय, क्रोध,मोह, प्रेम आदत |

6) सामाजिक अभिप्रेरक
प्रतिष्ठा ,सम्मान ,रचनात्मकता आदि |

7) उपलब्धि अभिप्रेरक
मन और फर्नाल्ड के अनुसार ➖
उपलब्धि अभिप्रेरक से तात्पर्य श्रेष्ठता का विशेष स्तर प्राप्त करना है |

8) अनुमोदन अभिप्रेरक
व्यक्ति ऐसे कार्यों को करता है जिनसे उनकी सराहना और प्रशंसा होती है |

🛑 अभिप्रेरित व्यवहार की विशेषताएं ➖

इन व्यवहारों के लक्षण को जाना आवश्यक है ताकि अध्यापक को कक्षा में अपनी अभिप्रेरणा की विधियों के प्रभाव और उपयोगिता का वास्तविक ज्ञान हो पाए |

🌏 अभिप्रेरित व्यवहार के मुख्य लक्षण ➖

1) ध्यान केंद्रित करना

2) उत्सुकता

3) निरंतरता

4)आवश्यकता की पूर्ति

5) क्रिया केंद्रित प्रक्रिया

6) बेचैनी दूर होना

7) शक्ति संचालन

𝙉𝙤𝙩𝙚𝙨 𝙗𝙮 𝙍𝙖𝙨𝙝𝙢𝙞 𝙨𝙖𝙫𝙡𝙚

🌹🌸🌼🍀🌺🌻💐🌹💐🌸🌼🍀🌻💐🌸🌼🌹🍀🌻💐🌸🌼🍀🌹🌻

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *