5. FWAT- free word association test
स्वतंत्र शब्द साहचर्य परीक्षण
यह एक मनोविश्लेषणात्मक विधि हैं
प्रतिपादन -फ्रांसिस गाल्टन
सन्-1879
सहयोग- विलियम वु़ंट
इस परीक्षण में व्यक्तित्व मापन के अलावा कई वैज्ञानिक रोगों का भी इलाज किया जाता है
*….…………………………………………………………*
2. अप्रक्षेपी विधियां
चेतन मन का अध्ययन
1. आत्म निष्ठ या व्यक्तिनिष्ठ विधियां
1. आत्मकथा या आत्म दर्शन विधि
प्रवर्तक -विलियम वुंट और उनके शिष्य टिंचनर
यह प्राचीनतम विधि हैं
यह एक मनोवैज्ञानिक विधि नहीं है इसलिए वर्तमान में इसका उपयोग नहीं किया जाता है।
2. व्यक्ति इतिहास विधि या जीवन कृत विधि या केस स्टडी
प्रतिपादन -टाइडमैन
निदानात्मक अध्ययन की सर्वश्रेष्ठ विधि है
असामान्य बालक के निदान की सर्वश्रेष्ठ विधि है
समस्या के कारण को जानना निदान कहलाता है जो मनोविज्ञान की सहायता से होता है
कारण को दूर करना उपचार कहलाता है जो शिक्षा की सहायता से किया जाता है
*बिना निदान के उपचार संभव नहीं है*
3. प्रश्नावली विधि
प्रवर्तक-वुडवर्थ
प्रश्नावली में आमने सामने होना जरूरी नहीं है उसके उत्तर के रूप में विकल्प होते हैं। व्यक्ति इसमें पूर्ति स्वयं करता है
4. साक्षात्कार विधि
इसका प्रारंभ अमेरिका से हुआ है
इसमें प्रश्नों का बंधन नहीं होता है ना ही समय का साक्षात्कार वार्तालाप का रूप होता है
*…………………………………………………….*
2. वस्तुनिष्ठ विधियां
1. निरीक्षण विधि या बहिर्दर्शन विधि
प्रवर्तक -वाटसन
इस विधि में सामने वाले व्यक्ति के व्यवहार का भिन्न भिन्न परिस्थितियों में अध्ययन किया जाता है।
और निष्कर्ष निकाला जाता है कि व्यक्ति का व्यक्तित्व कैसा है
2. समाजमिति विधि
प्रवर्तक- जेएल मोरेनो
व्यक्ति की सामाजिकता के बारे में समाज के व्यक्तियों से जानकारी ली जाती है पता किया जाता है कि व्यक्तित्व कैसा है
3. क्रम निर्धारण मापनी या रेटिंग स्केल
प्रवर्तक – थस्टर्न
आंकड़े एकत्रित करके निष्कर्ष निकाला जाता है
Very bad ,bad, good, very good ,excellent
4. शारीरिक परीक्षण
शारीरिक जांच करके निष्कर्ष निकाला जाता है कि निर्धारित नौकरी के लिए व्यक्ति स्वस्थ हैं या नहीं।
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Notes by Ravi kushwah
5. FWAT- free word association test
स्वतंत्र शब्द साहचर्य परीक्षण
यह एक मनोविश्लेषणात्मक विधि हैं
प्रतिपादन -फ्रांसिस गाल्टन
सन्-1879
सहयोग- विलियम वु़ंट
इस परीक्षण में व्यक्तित्व मापन के अलावा कई वैज्ञानिक रोगों का भी इलाज किया जाता है
2. अप्रक्षेपी विधियां
चेतन मन का अध्ययन
1. आत्म निष्ठ या व्यक्तिनिष्ठ विधियां
1. आत्मकथा या आत्म दर्शन विधि——
प्रवर्तक -विलियम वुंट और उनके शिष्य टिंचनर
यह प्राचीनतम विधि हैं
यह एक मनोवैज्ञानिक विधि नहीं है इसलिए वर्तमान में इसका उपयोग नहीं किया जाता है।
2. व्यक्ति इतिहास विधि या जीवन कृत विधि या केस स्टडी—–
प्रतिपादन -टाइडमैन
निदानात्मक अध्ययन की सर्वश्रेष्ठ विधि है
असामान्य बालक के निदान की सर्वश्रेष्ठ विधि है
समस्या के कारण को जानना निदान कहलाता है जो मनोविज्ञान की सहायता से होता है
कारण को दूर करना उपचार कहलाता है जो शिक्षा की सहायता से किया जाता है
बिना निदान के उपचार संभव नहीं है
3. प्रश्नावली विधि—–
प्रवर्तक-वुडवर्थ
प्रश्नावली में आमने सामने होना जरूरी नहीं है उसके उत्तर के रूप में विकल्प होते हैं। व्यक्ति इसमें पूर्ति स्वयं करता है |
4. साक्षात्कार विधि——
इसका प्रारंभ अमेरिका से हुआ है
इसमें प्रश्नों का बंधन नहीं होता है ना ही समय का साक्षात्कार वार्तालाप का रूप होता है |
2. वस्तुनिष्ठ विधियां—-
1. निरीक्षण विधि या बहिर्दर्शन विधि——
प्रवर्तक -वाटसन
इस विधि में सामने वाले व्यक्ति के व्यवहार का भिन्न भिन्न परिस्थितियों का अध्ययन किया जाता है।
और निष्कर्ष निकाला जाता है कि व्यक्ति का व्यक्तित्व कैसा है |
2. समाजमिति विधि—–
प्रवर्तक- जेएल मोरेनो
व्यक्ति की सामाजिकता के बारे में समाज के व्यक्तियों से जानकारी ली जाती है पता किया जाता है कि व्यक्तित्व कैसा है |
3. क्रम निर्धारण मापनी या रेटिंग स्केल—–
प्रवर्तक – थस्टर्न
आंकड़े एकत्रित करके निष्कर्ष निकाला जाता है
Very bad ,bad, good, very good ,excellent
आदि शब्दों का प्रयोग प्रोत्साहन के रूप में किया जाता है |
4. शारीरिक परीक्षण—–
शारीरिक जांच करके निष्कर्ष निकाला जाता है कि निर्धारित नौकरी के लिए व्यक्ति स्वस्थ हैं या नहीं |
𝙉𝙤𝙩𝙚𝙨 𝙗𝙮 𝙍𝙖𝙨𝙝𝙢𝙞 𝙎𝙖𝙫𝙡𝙚