Hindi: Reading Comprehension- Poetry – 1 for CTET, all State TETs, KVS, NVS, DSSSB etc

निर्देश- निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनिये-

सदियों की ठंडी-बुझी राख सुगबुगा उठी, 

मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है; 

दो राह,समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो, 

सिंहासन खाली करो कि जनता आती है। 

जनता?हां,मिट्टी की अबोध मूरतें वही, 

जाड़े – पाले की कसक सदा सहने वाली,

जब अंग-अंग में लगे सांप हो चूस रहे 

तब भी न कभी मुंह खोल दर्द कहने वाली।

जनता?हां,लंबी – बड़ी जीभ की वही कसम, 

जनता,सचमुच ही, बड़ी वेदना सहती है।

सो ठीक,मगर,आखिर,इस पर जनमत क्या है?

‘है प्रश्न गूढ़ जनता इस पर क्या कहती है?

मानो,जनता ही फूल जिसे अहसास नहीं, 

जब चाहो तभी उतार सजा लो दोनों में; 

अथवा कोई दूधमुंही जिसे बहलाने के, 

जन्तर-मन्तर सीमित हों चार खिलौनों में।

“सदियों की ठंडी-बुझी राख सुगबुगा उठी, 

मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है” कथन में ‘सोने का ताज’ का भाव है-

क) परतंत्रता

ख) स्वतंत्रता

ग) अन्याय

घ) शांति

उत्तर – विकल्प ख 

मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है कथन में ‘सोने का ताज’ का भाव स्वतंत्रता से है अर्थात कविता में स्वतंत्रता संग्राम का उल्लेख किया गया है तथा परतंत्र भारत की दशा का वर्णन किया गया है।

‘ वेदना ‘ शब्द का समानार्थी नहीं है-

क) सुख

ख) कष्ट

ग) व्यथा

घ) दुःख

उत्तर – विकल्प क 

कष्ट, व्यथा तथा दुख, तीनों शब्द वेदना के समानार्थी हैं। जबकि सुख का मतलब आनंद है।

( General Hindi: Synonyms / Antonyms )

‘जाड़े – पाले की कसक सदा सहने वाली’ पंक्ति का तात्पर्य है- 

क) अत्यधिक ठंड सहने वाली

ख) अत्यधिक वर्षा सहने वाली

ग) कठिन परिस्थितियों व मुसीबतों का सामना करने वाली

घ) अत्यधिक गर्मी सहने वाली

उत्तर – विकल्प ग 

‘जाड़े – पाले की कसक सदा सहने वाली’ पंक्ति का तात्पर्य कठिन परिस्थितियों व मुसीबतों का सामना करने वाली से है, क्योंकि परतंत्रता के समय जनता ने अनेकों कष्ट तथा दुखों का सामना बिना किसी को अपना दर्द बताए किया है।

समास की दृष्टि से शेष से भिन्न पद है-

क) ठंडी – बुझी

ख) जंतर – मंतर

ग) लंबी – बड़ी

घ) अंग – अंग 

उत्तर – घ

ठंडी – बुझी, जंतर – मंतर, लंबी – बड़ी, तीनों समास द्वंद्व समास के उदाहरण हैं। जबकि अंग – अंग इस समास का उदाहरण नहीं है।

(Hindi Grammar)

जनता क्या बयां नहीं कर पाती –

क) अपनी खुशियों को

ख) अपने दुखों को

ग) अपने आपसी झगड़ों को

घ) अपनी बातों को

उत्तर – विकल्प ख 

अत्याचारों तथा कष्टों से डरी हुई जनता अपने दुखों को भी किसी से भी व्यक्त करने में सहम जाती है। मानो जनता ने इसी को अपना भाग्य मान लिया है।

नाद शब्द का अर्थ है- 

क) तेज़ गर्जन

ख) मधुर आवाज़

ग) मीठी ध्वनि

घ) बाँसुरी की धुन

उत्तर – विकल्प क

 नाद शब्द का अर्थ है तेज़ गर्जन। अर्थात जनता प्रतिशोध की ज्वाला में धधकती हुई तेज़ गर्जन के साथ अपने हक के लिए लड़ने आ रही है।

( Hindi Grammar )

By admin

One thought on “Hindi: Reading Comprehension- Poetry – 1 for CTET, all State TETs, KVS, NVS, DSSSB etc”
  1. thenkew sir… seriously u r all-rounder….🙏🙏 har question, apni explanation k sth ek dm best h

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *