PERSONALTY -1

PERSONALTY (व्यक्तित्व )

प्रत्येक व्यक्ति में कुछ विशेषताएं होती है उसके आधार पर वह परिस्थिति के प्रति विभिन्न प्रतिक्रिया प्रकट करना है |

इसी का सामूहिक नाम व्यक्तित्व है |

व्यक्तित्व ऐसे गुणों का योग है जिसके कारण कोई व्यक्ति आकर्षक या अनाकर्ष दिखता है हमारे अलग-अलग व्यक्तित्व के कारण ही वैयक्तिक विभिन्नता होती है | 

व्यक्तित्व में अन्तर आप आसानी से देख सकते है |

▪ कुछ व्यक्ति अपने विचारों के प्रति आशावादी रहते है |

▪ परिचर्चा में उत्साह से भाग लेते है |

▪ कुछ दब्बू घबराते है |

▪ कुछ बच्चे  चलायमान होते है इनका   कोई विचार नही होता | ये जो भी सुनता है सत्य मान लेता है |

🌀 व्यक्तित्व ➖ Personality शब्द का रूपांतरण है – अंग्रेजी में  Personality

उत्पत्ति लेटिन भाषा के शब्द PERSONA (परसोना) से होता हैं |

जिसका अर्थ होता हैं – मुखौटा , आवरण , मास्क , नकाब , नकली चेहरा यूनान में प्रारंभ में व्यक्तित्व का अर्थ व्यक्ति के बाह्य  स्वरूप से लिया जाता था लेकिन कालंतर में व्यक्ति के आंतरिक स्वरूप को भी इसमें शमिल किया गया |

 ◼ व्यक्तित्व में  एक मनुष्य के ना केवल शारीरिक और मानसिक गुण बल्कि सामाजिक गुणों का भी समावेश होता है |

◼ इसलिए मनोवैज्ञानिक कहते है व्यक्तित्व मानव के गुणों लक्षणो क्षमताओ विशेषताओ आदि की संगठित इकाई है |

◼ व्यक्तित्व को किसी निश्चित अर्थ से संबंध नही किया जा सकता है और न किसी निश्चित सीमा में बाधा जा सकता है अत: ये स्वीकार किया जाता है कि यह विचित्र है जटिल है व्याख्या से परे है |

◼ व्यक्तित्व व्यक्ति के सभी व्यवहारो का वह समायोजित संकलन है जो उसके सहयोगी में स्पष्ट दिखाई दे | – डैशियल 

◼ व्यक्तित्व उन मनोदैहिक अवस्थाओ का गत्यात्मक संगठन है जिनके आधार पर व्यक्ति अपने परिवेश के साथ समायोजन  करता है | – अलपोर्ट 

◼ किसी व्यक्ति के समस्त व्यवहार प्रतिमानो और उसकी विशेषताओ का योग ही उसका व्यक्तित्व है | – बिग तथा हंट 

◼ व्यक्तित्व , मनुष्य की आदतो , दृष्टिकोण और लक्ष्यो का संगठन है और प्राणी शास्त्रीय , सामाजिक एंव सांस्कृतिक कारको के संयुक्त कार्य से उत्पन्न होता है | – बिसेंज एंव विसेज

◼ व्यक्ति के दैहिक , मानसिक , नैतिक तथा सामाजिक गुण के गतिशील और सुसंगठित संगठन के लिए व्यक्तित्व शब्द का प्रयोग किया जाता है | – जेम्स ड्रेवर 

◼ व्यक्तित्व से अभिप्राय है व्यक्ति का अपने परिवेश के साथ स्थाई तथा अपूर्व समायोजन – बोरिंग , लैंगफिल्ड तथा वैल्ड 

◼ व्यक्तित्व जन्मजात और आर्गन प्रवृत्ति का योग है | – वैलेंटाइन 

💫 व्यक्तित्व की विशेषताऐ :- 

(1) सामाजिकता ➖ समाज से अंत: क्रिया द्वारा व्यक्ति में सामाजिक विकास होता है | समग्र व्यक्तित्व का विकास समाज में रहकर ही भली – भांति होता है | सामाजिकता व्यक्तित्व की प्रमुख विशेषता है |

(2) लक्ष्य प्राप्ति की ओर अग्रसर होना ➖ 

प्रत्येक व्यक्ति का उद्देश्य – 

(१) लक्ष्य क्या है |

(२) लक्ष्य के प्रति कितना सजग है |

(३) लक्ष्य के प्रति कितना प्रयासशील है |

इन सबको देखकर व्यक्ति का अंदाजा लगया जा सकता है |

Notes by ➖ Ranjana Sen

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *