Constitution Article (संविधान के अनुच्छेद) for CTET, all State TETs, KVS, NVS, DSSSB etc

Which of the following article is related with the Universalisation of Elementary Education?

  1. Article 45
  2. Article 30
  3. Article 29
  4. Article 28

Ans- Option A

Article 45 is correct answers.

Article 45 of the Indian Constitution directed that, ” The state shall endeavour to provide within a period of 10 years from the commencement of this constitution, free and compulsory education for all children until they complete the age of 14 years. “

Article 30 of the Constitution states, ” All minorities whether based on religion or language shall have the right to establish and administer educational institutions of their choice. “

Article 29 states, ” No citizen shall be denied admission into any educational institution on grounds of religion, of caste or of language. “

Article 28 states, ” No religious instruction shall be imparted in the institutions maintained by the state. “

निम्नलिखित में से कौन सा अनुच्छेद प्राथमिक शिक्षा के सार्वभौमिकरण से संबंधित है?

  1. अनुच्छेद 45
  2. अनुच्छेद 30
  3. अनुच्छेद 29
  4. अनुच्छेद 28

Ans- विकल्प A

अनुच्छेद 45 सही उत्तर है।

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 45 में निर्देशित है कि, “राज्य, इस संविधान के प्रारंभ से दस वर्ष की अवधि के भीतर सभी बालकों को चौदह वर्ष की आयु पूरी करने तक, निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा देने के लिए उपबंध करने का प्रयास करेगा।”

संविधान के अनुच्छेद 30 में कहा गया है, “धर्म या भाषा के आधार पर सभी अल्पसंख्यकों को अपनी पसंद के शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना और प्रशासन का अधिकार होगा।”

अनुच्छेद 29 में कहा गया है, “किसी भी नागरिक को धर्म, जाति या भाषा के आधार पर किसी भी शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश से वंचित नहीं किया जाएगा।”

अनुच्छेद 28 में कहा गया है, “राज्य द्वारा बनाए गए संस्थानों में कोई धार्मिक शिक्षा नहीं दी जाएगी।”

Which article lays emphasis on the use of mother tongue in the process of education?

  1. Article 15
  2. Article 365
  3. Article 350 (A)
  4. Article 30 (2)

Ans- Option C

Article 350A : Facilities for education in mother-tongue at primary stage.

“It will be the endeavor of every state and every local authority within the state to provide adequate facilities for instruction in the mother-tongue at the primary stage of education to children belonging to language minority groups ; and the President may issue such directions to any of those facilities as well.”

शिक्षा की प्रक्रिया में मातृभाषा के उपयोग पर कौन सा अनुच्छेद जोर देता है?

  1. अनुच्छेद 15
  2. अनुच्छेद 365
  3. अनुच्छेद 350 (A)
  4. अनुच्छेद 30 (2)

Ans- विकल्प C

अनुच्छेद 350A: प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की सुविधा।

प्रत्येक राज्य और राज्य के भीतर प्रत्येक स्थानीय प्राधिकारी भाषाई अल्पसंख्यक-वर्गों के बालकों को शिक्षा के प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की पर्याप्त सुविधाओं की व्यवस्था करने का प्रयास करेगा और राष्ट्रपति किसी राज्य को ऐसे निदेश दे सकेगा जो वह ऐसी सुविधाओं का उपबंध सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक या उचित समझता है।

Which one of the following Articles states, “The state shall not, in granting aid to educational institutions, discriminate against any educational institution on the ground that it is under the management of a minority, whether based on religion or language”.

  1. Article 29 (1)
  2. Article 29 (2)
  3. Article 30 (2)
  4. Article 350A

Ans- Option C

Article 29 in The Constitution Of India 1949

29. Protection of interests of minorities

(1) Any section of the citizens residing in the territory of India or any part thereof having a distinct language, script or culture of its own shall have the right to conserve the same.

(2) No citizen shall be denied admission into any educational institution maintained by the State or receiving aid out of State funds on grounds only of religion, race, caste, language or any of them.

Article 30 in The Constitution Of India 1949

30. Right of minorities to establish and administer educational institutions

(1) All minorities, whether based on religion or language, shall have the right to establish and administer educational institutions of their choice.

(2) The state shall not, in granting aid to educational institutions, discriminate against any educational institution on the ground that it is under the management of a minority, whether based on religion or language.

Article 350A

It shall be the endeavour of every State and of every local authority within the State to provide adequate facilities for instruction in the mother-tongue at the primary stage of education to children belonging to linguistic minority groups.

“शिक्षा संस्थाओं को सहायता देने में राज्य किसी शिक्षा संस्था के विरुद्ध इस आधार पर विभेद नहीं करेगा कि वह धर्म या भाषा पर आधारित किसी अल्पसंख्यक-वर्ग के प्रबंध में है” किस अनुच्छेद से संबंधित है?

  1. अनुच्छेद 29 (1)
  2. अनुच्छेद 29 (2)
  3. अनुच्छेद 30 (2)
  4. अनुच्छेद 350 ए

Ans- विकल्प C

भारत के संविधान में अनुच्छेद 29-

29. अल्पसंख्यकों के हितों का संरक्षण

(१) भारत के राज्यक्षेत्र या उसके किसी भाग के निवासी नागरिकों के किसी अनुभाग को, जिसकी अपनी विशेष भाषा, लिपि या संस्कृति है, उसे बनाए रखने का अधिकार है।

(२) राज्य द्वारा पोषित या राज्य-निधि से सहायता पाने वाली किसी शिक्षा संस्था में प्रवेश से किसी भी नागरिक को केवल धर्म, मूलवंश, जाति, भाषा या इनमें से किसी के आधार पर वंचित नहीं किया जाएगा।

भारत के संविधान में अनुच्छेद 30 –

 30. शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना और प्रशासन के लिए अल्पसंख्यकों का अधिकार

(1) धर्म या भाषा पर आधारित सभी अल्पसंख्यक-वर्गों को अपनी रुचि की शिक्षा संस्थाओं की स्थापना और प्रशासन का अधिकार होगा।

(2) शिक्षा संस्थाओं को सहायता देने में राज्य किसी शिक्षा संस्था के विरुद्ध इस आधार पर विभेद नहीं करेगा कि वह धर्म या भाषा पर आधारित किसी अल्पसंख्यक-वर्ग के प्रबंध में है।

अनुच्छेद 350 A –

प्रत्येक राज्य और राज्य के भीतर प्रत्येक स्थानीय प्राधिकारी भाषाई अल्पसंख्यक-वर्गों के बालकों को शिक्षा के प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की पर्याप्त सुविधाओं की व्यवस्था करने का प्रयास करेगा और राष्ट्रपति किसी राज्य को ऐसे निर्देश दे सकेगा जो वह ऐसी सुविधाओं का उपबंध सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक या उचित समझता है।

भारतीय संविधान का संक्षिप्त परिचय

भारत का संविधान,भारत का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ। यह दिन (26 नवम्बर) भारत के संविधान दिवस के रूप में घोषित किया गया है जबकि 26 जनवरी का दिन भारत में गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत का संविधान विश्व के किसी भी गणतांत्रिक देश का सबसे लंबा लिखित संविधान है।
भारतीय संविधान सभा के लिए जुलाई 1946 में चुनाव हुए थे। संविधान सभा की पहली बैठक दिसंबर 1946 को हुई थी। इसके तत्काल बाद देश दो हिस्सों – भारत और पाकिस्तान में बंट गया था। संविधान सभा भी दो हिस्सो में बंट गई- भारत की संविधान सभा और पाकिस्तान की संविधान सभा।

भारतीय संविधान लिखने वाली सभा में 299 सदस्य थे जिसके अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे। संविधान सभा ने 26 नवम्बर 1949 में अपना काम पूरा कर लिया और 26 जनवरी 1950 को यह संविधान लागू हुआ। इसी दिन कि याद में हम हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से तैयार करने में 2 वर्ष, 11 माह, 18 दिन का समय लगा था।
भारतीय संविधान में वर्तमान समय में भी केवल 448 अनुच्छेद, तथा 12 अनुसूचियां हैं और ये 25 भागों में विभाजित है। परन्तु इसके निर्माण के समय मूल संविधान में 395 अनुच्छेद जो 22 भागों में विभाजित थे इसमें केवल 8 अनुसूचियां थीं। संविधान में सरकार के संसदीय स्‍वरूप की व्‍यवस्‍था की गई है जिसकी संरचना कुछ अपवादों के अतिरिक्त संघीय है। केन्‍द्रीय कार्यपालिका का सांविधानिक प्रमुख राष्‍ट्रपति है। भारत के संविधान की धारा 79 के अनुसार, केन्‍द्रीय संसद की परिषद् में राष्‍ट्रपति तथा दो सदन है जिन्‍हें राज्‍यों की परिषद राज्‍यसभा तथा लोगों का सदन लोकसभा के नाम से जाना जाता है। संविधान की धारा 74 (1) में यह व्‍यवस्‍था की गई है कि राष्‍ट्रपति की सहायता करने तथा उसे सलाह देने के लिए एक रूप होगा जिसका प्रमुख प्रधानमंत्री होगा, राष्‍ट्रपति इस मंत्रिपरिषद की सलाह के अनुसार अपने कार्यों का निष्‍पादन करेगा। इस प्रकार वास्‍तविक कार्यकारी शक्ति मंत्रिपरिषद] में निहित है जिसका प्रमुख प्रधानमंत्री है जो वर्तमान में नरेन्द्र मोदी हैं।

मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से लोगों के सदन (लोक सभा) के प्रति उत्तरदायी है। प्रत्‍येक राज्‍य में एक विधानसभा है। उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक,आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में एक ऊपरी सदन है जिसे विधानपरिषद कहा जाता है। राज्‍यपाल राज्‍य का प्रमुख है। प्रत्‍येक राज्‍य का एक राज्‍यपाल होगा तथा राज्‍य की कार्यकारी शक्ति उसमें निहित होगी। मंत्रिपरिषद, जिसका प्रमुख मुख्‍यमंत्री है, राज्‍यपाल को उसके कार्यकारी कार्यों के निष्‍पादन में सलाह देती है। राज्‍य की मंत्रिपरिष से राज्‍य की विधान सभा के प्रति उत्तरदायी है।

संविधान की सातवीं अनुसूची में संसद तथा राज्‍य विधायिकाओं के बीच विधायी शक्तियों का वितरण किया गया है। अवशिष्‍ट शक्तियाँ संसद में विहित हैं। केन्‍द्रीय प्रशासित भू-भागों को संघराज्‍य क्षेत्र कहा जाता है।

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6 thoughts on “Indian Constitution Articles (भारतीय संविधान के अनुच्छेद) for CTET, all State TETs, KVS, NVS, DSSSB etc”
  1. thank you so much sir 🙏🙏🙏 bahut achche se explain kiye hain isme , koi doubt ka sawaal hi nhi bnta

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