Difference in personality child development and pedagogy

Date – 04/05/2021
Time – 8. 00 am

🌸 टरमन ने बुद्धि के स्तर 9 भागों में बांटा➖
1.प्रतिभाशाली

  1. प्रतिभाशाली के निकट
  2. अति उत्तम
  3. उत्तम
    5.औसत
  4. पिछड़े हुए
  5. दुर्बल मानसिकता
  6. मंद बुद्धि
  7. जड़बुद्धि

🌸जोर्डन के अनुसार व्यक्तिगत विभिन्नन्ता को दो भागों में बांट सकते हैं➖
1.क्रियाशील
2.विचार शील

🌸 ट्रेटर् के अनुसार-

  1. स्थिर मानसिकता
  2. अस्थिर मानसिकता

🌸 भावात्मक
👉कोई व्यक्ति जल्दी क्रोधित होते हैं और कुछ देर से |
कुछ व्यक्ति शांत रहते हैं , कुछ जल्दी चिड़ जाते हैं |
संवेगो की यह विभिन्नता व्यक्तित्व समायोजन के लिए समस्या होती है

🌸 चरित्र में विभिन्नता➖ कुछ व्यक्ति अच्छे चरित्र वाले होते हैं
कुछ खराब चरित्र वाले होते हैं
कुछ कामुक होते हैं
कुछ सज्जन होते हैं
व्यक्तिगत भेद उत्पन्न करता है
🌸 उपलब्धि में विभिन्नता➖ सभी व्यक्ति की शैक्षिक और व्यवहारिक जीवन में उपलब्धि समान नहीं होती 👉कम परिश्रम में अधिक परिणाम प्राप्त करता है तो कुछ अधिक परिश्रम में कम परिणाम प्राप्त करता है
👉 शिक्षक के लिए एक ही वातावरण में पढ़ाता है परंतु सभी के अंक समान नहीं होते |

🌸अधिगम में विभिन्नताएँ ➖
👉सीखने की योग्यता में भिन्नता होती है कोई जल्दी सीखता है तो कोई देर से 👉सीखे क्रियाओं का लाभ उठाने की योग्यता मे विभिन्नता पाई जाती है |

🌸 व्यक्तिगत भिन्नता के कारण➖
👉 वंश से विरासत में मिलते हैं जैसे चेहरे का नक्शा ,आंखों का रंग, बाल, रूप रंग, सिर का आकार,
👉कुछ बीमारियां भी वंशानुक्रम से आती हैं जैसे रक्तचाप ,कैंसर, टीवी

🌸 वातावरण➖ वातावरण में परिवर्तन बच्चे के व्यक्तित्व के परिवर्तन में प्रथम होता है
👉भौतिक ,सामाजिक ,नैतिक, राजनीतिक ,आर्थिक सांस्कृतिक शक्तियाँ में सम्मिलित हैं |

👉आधुनिक मनोविज्ञान का कहना है कि मूल रूप से वंशानुक्रम तथा वातावरण दोनों व्यक्तिगत विभिन्नता को प्रभावित करता है |

🌸जाति प्रजाति या शब्द का प्रभाव➖ देखा गया है कि क्षेत्रीय अपेक्षाकृत अधिक साहसी होते हैं जैसे व्यापारी जो मारवाड़ी और बनिया होते हैं उनका व्यापार में इंटरेस्ट होता है |

🌸 लैंगिक विभिन्नता➖
👉लड़कियों का विकास लड़कों से 2 साल पहले होता है |
👉11 से 14 वर्ष में लड़कियां लड़कों की अपेक्षा अधिक लंबी और भारी होते हैं |
👉 15 वर्ष के बाद लड़के अधिक तेजी से बढ़ने लगते हैं |

🌸 आयु और बुद्धि ➖आयु बढ़ती है तो शारीरिक व बौद्धिक विकास भावनात्मक भी होता है |
👉 औसत से नीचे बुद्धि, सीखने में कठिनाई होती है
औसत से ऊपर हो तो आसानी से सीख लेते हैं

🌸स्वभाव का भाव में स्थितरता ➖
👉 कोई जल्दी काम करता है कोई धीरे-धीरे काम करता है |

🌸 आर्थिक स्थिति की शिक्षा➖
👉 दो आर्थिक वर्ग के बच्चों में समानता होना असंभव है |

नोटस📝📝 बाय➖ निधि तिवारी🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿

🌸 व्यक्तित्व में विभिन्नता🌸

🔸 टर्मन ने बुद्धि के स्तर को 9 भागों में बांटा है

1-प्रतिभाशाली
2-प्रतिभाशाली के निकट
3 अति उत्तम
4 उत्तम
5 औसत
6 पिछड़े हुए
7 दुर्बल मानसिकता
8 मंदबुद्धि
9 मूढ़ बुद्धि

👨🏻‍💼 जोर्डन के अनुसार➖
व्यक्तिगत विभिन्नता को दो भागों में बांट सकते हैं।

☘️ क्रियाशील
☘️ विचारात्मक

ट्राॅटर के अनुसार➖ इन्होंने व्यक्तिगत विभिन्नता को दो भागों में बांटा है।

☘️ स्थिर
☘️अस्थिर मानसिकता

🌸 भावनात्मक विभिन्नता➖
कोई व्यक्ति जल्दी क्रोधित होता है और कुछ देर से कुछ व्यक्ति शांत रहते हैं कुछ जल्दी जुड़ जाते हैं संवेग की यह विभिन्नता व्यक्तित्व समायोजन के लिए समस्या होती है।

🌸 चरित्र में विभिन्नता➖
कुछ व्यक्ति अच्छे चरित्र वाले होते हैं कुछ खराब कुछ कामुक, कुछ सज्जन व्यक्तिगत भेद उत्पन्न करता हैं।

🌼 उपलब्धि में विभिन्नता🌼

सभी व्यक्ति की शैक्षिक और व्यवहारिक जीवन में उपलब्धि समान नहीं होती है इन परिश्रम में अधिक परिणाम प्राप्त करता है अधिक परिश्रम में कम परिणाम प्राप्त होता है।

शिक्षक एक ही वातावरण पढ़ाता है परंतु सभी के अंक समान नहीं होते।

🌸 अधिगम में विभिन्नताएं🌸
सीखने की योग्यता में भिन्नता होती है कोई जल्दी सीखता है कोई देर से सीखता है सीखी सीखी गई क्रियाओं का लाभ उठाने की योग्यता में भी विभिन्न ता पाई जाती है।

🌼 व्यक्तिगत विभिन्नता के कारण🌼

🔸 वंशानुक्रम➖ वंश से विरासत में मिलते हैं

🌸 चेहरों का नक्शा
🌸 आंखों का रंग
🌸 बाल
🌸 रंग रूप
🌸सिर का आकार

🌼 कुछ बीमारियां➖

🌸 रक्त चाप
🌸 कैंसर
🌸 टीवी

🌼 कुछ मानसिक विशेषताएं➖
🌸 बुद्धि
🌸 अमूर्त चिंतन
🌸 दृष्टिकोण
🌸 संकीर्णता

🌼 वातावरण में भिन्नताएं🌼
वातावरण में परिवर्तन बच्चों के व्यक्तित्व के परिवर्तन में प्रतिविबित होता है भौतिक, सामाजिक ,नैतिक, राजनैतिक, आर्थिक ,सांस्कृतिक शक्तियां सम्मिलित हैं।

🌼 जाति , प्रजाति राष्ट्र का प्रभाव🌼

🌸 क्षत्रिय➖ अपेक्षाकृत अधिक साहसी होते हैं।

🌸 व्यापारी➖ व्यापार करने में निपुण होते हैं।

🌼 लैंगिक विभिन्नताएं🌼

🔸 लड़कियों का विकास लड़कों से 2 साल पहले होता है।
🔸 11 से 14 वर्ष में लड़कियां लड़कों की अपेक्षा अधिक लंबी और भारी होती है
🔸 15 वर्ष के बाद लड़के अधिक तेजी से बढ़ने लगते हैं

🌼 आयु और बुद्धि🌼

आयु ⬆️ शारीरिक ⬆️ बौद्धिक⬆️ भावनात्मक

🔸 औसत से नीचे बुद्धि ➡️ सीखने में कठिनाई

🔸 औसत से ऊपर बुद्धि ➡️ आसानी से सीख जाते हैं।

🌼 स्वभाव व भाव में स्थिरता➖

कोई जल्दी काम करता है कोई धीरे-धीरे काम करता है।

🌼 आर्थिक स्थिति की शिक्षा➖

दो आर्थिक वर्गों के बच्चों में समानता होना असंभव है।

✍🏻📚📚 Notes by….. Sakshi Sharma📚📚👨🏻‍💼

🌸🌸व्यक्तित्व में विविधता ➖
(1) स्प्रेंगर
(2) युंग
(3) थार्नडाइक
(4) टर्मन ने बुद्धि के स्तर को 9 वर्गों में बांटा है :-
(१) प्रतिभाशाली
(२) प्रतिभाशाली के निकट
(३) अति उत्तम
(४) उत्तम
(५) औसत (90-100)
(६) पिछड़े हुए
(७) दुर्बल मानसिकता
(८) मंदबुद्धि
(९) मूढ़बुद्धि

(5) जॉर्डन ने व्यक्तिगत विभिन्नता को दो भागों में बांटा है :-
(१) क्रियाशील
(२) विचारात्मक

(6) ट्राॅटर ने व्यक्तिगत विभिन्नता को दो भागों में बांटा है :-
(१) स्थिर मानसिकता
(२) अस्थिर मानसिकता

◼ भावात्मक विभिन्नता ➖
कोई व्यक्ति जल्दी क्रोधित होते हैं और कुछ देर से कुछ व्यक्ति शांत रहते है कुछ जल्दी चिढ़ जाते हैं संवेगो की यह विभिन्नता व्यक्तित्व समायोजन के लिए समस्या होती है |

◼ चरित्र में विभिन्नता ➖
कुछ व्यक्ति अच्छे चरित्र वाले होते हैं और कुछ व्यक्ति खराब चरित्र वाले होते हैं कुछ कामकु कुछ सज्जन, व्यक्तिगत भेद उत्पन्न करता है |
◼ उपलब्धि में विभिन्नता ➖
▶सभी व्यक्ति की शैक्षिक और व्यावहारिक जीवन में उपलब्धि समान नहीं होती है |
▶कम परिश्रम में अधिक परिणाम प्राप्त करता है |
▶अधिक परिश्रम में कम परिणाम प्राप्त करता है |
▶शिक्षक एक ही वातावरण में पढ़ाता है परंतु सभी के अंक समान नहीं होते हैं |

◼अधिगम की विशेषताएं विभिन्नताऐ ➖
लिखने की योग्यता में भिन्नता होती हैं| कोई जल्दी सीखता है कोई देर से सीख सीखी गई क्रियाओं का ना उठाने की योग्यता में भी भिन्नता पाई जाती है |

◼ व्यक्तिगत भिन्नता के कारण ➖
(1) वंशानुक्रम ➖
वंश में विरासत में मिलते हैं , चेहरे का नक्शा , आंखों का रंग ,
बाल , रूप रंग , सिर का आकार
▶कुछ बीमारियाँ :-
रक्तचाप , कैंसर , टी. वी.
▶कुछ मानसिक विशेषताएं :-
बुद्धि अमूर्त चिंतन , दृष्टिकोण , संकीर्णता

(2) वातावरण ➖ वातावरण में परिवर्तन ▶बच्चे के व्यक्तित्व के परिवर्तन में प्रतिबिंबित होता है |
भौतिक , सामाजिक , नैतिक , राजनैतिक आर्थिक , सांस्कृतिक , शक्तियां सम्मिलित हैं |
आधुनिक मनोवैज्ञानिको का कहना है कि :-
मूल रूप से वंशानुक्रम तथा वातावरण दोनो व्यक्तिगत विभिन्नता को प्रभावित करते हैं |

(3) जाति प्रजाति या राष्ट्र का प्रभाव ➖ ▶देखा गया है कि क्षेत्रीय – अपेक्षाकृत अधिक साहसी होते हैं |
▶व्यापार (मारवाड़ी बनिया)- व्यापार में रुचि लेते हैं |

(4) लैंगिक विभिन्नताएं ➖
▶लड़कियों का विकास लड़कों से 2 साल पहले होता है |
▶ 11 से 14 वर्ष में लड़कियां लड़कों की अपेक्षा अधिक लंबी और भारी होती है |
▶ 15 वर्ष के बाद लड़के अधिक तेजी से बढ़ने लगते हैं |

(5) आयु और बुद्धि ➖
▶ आयु अधिक शारीरिक अधिक बौद्धिक अधिक भावात्मक अधिक
▶औसत से नीचे बुद्धि – सीखने में कठिनाई
▶औसत से ऊपर बुद्धि – आसानी से सीख जाते हैं |

(6) स्वभाव व भाव में स्थिरता ➖
कोई जल्दी काम करता है कोई धीरे-धीरे काम करता है |

(7) आर्थिक स्थिति की शिक्षा ➖
दो आर्थिक वर्ग के बच्चे में समानता होना असंभव है |
✍🏻✍🏻Notes by ➖Ranjana Sen

टर्मन ने बुद्धि के स्तर पर वैयक्तिक विभिन्नता के 9 वर्ग बनाए

  1. प्रतिभाशाली
  2. प्रतिभाशाली के निकट
  3. अति उत्तम
  4. उत्तम
  5. औसत
  6. पिछड़े
  7. दुर्बल मानसिकता
  8. मंदबुद्धि
  9. मूढ़ बुद्धि

जोर्डन ने व्यक्तिगत विभिन्नता को दो भागों में बांटा है

  1. क्रियाशील
  2. विचारात्मक

ट्राटर ने व्यक्तिगत विभिन्नता को दो भागों में बांटा है

  1. स्थिर मानसिकता
  2. अस्थिर मानसिकता
  3. भावात्मक विभिन्नता-कोई व्यक्ति जल्दी क्रोधित होते हैं और कुछ देर से कुछ से, कुछ शांत रहते हैं कुछ जल्दी चिढ़ जाते हैं
    संवेगो की यह विभिन्नता व्यक्तित्व समायोजन के लिए समस्या होते हैं
  4. चरित्र में विभिन्नता-कुछ व्यक्ति अच्छे चरित्र वाले होते हैं कुछ खराब वाले ,कुछ कामुक वाले और कुछ सज्जन। यह व्यक्तिगत भेद उत्पन्न करता है
  5. उपलब्धि में विभिन्नता-सभी व्यक्तियों की शैक्षिक और व्यावहारिक जीवन में उपलब्धि समान नहीं होती है
    कुछ व्यक्ति कम परिश्रम में अधिक परिणाम प्राप्त करते हैं और कुछ व्यक्ति अधिक परिश्रम में भी कम परिणाम प्राप्त करते हैं
    शिक्षक सभी को एक ही वातावरण में पढ़ाता है लेकिन सभी के अंक समान नहीं होते हैं
  6. अधिगम की विभिन्नताए -सीखने की योग्यता में भिन्नता होते हैं कोई जल्दी सीखता है कोई देर से
    सीखी की गई क्रियाओं का लाभ उठाने की योग्यता में विभिन्नता पाई जाती है

व्यक्तिगत विभिन्नता के कारण

  1. वंशानुक्रम- वंश से कुछ गुण विरासत में मिलते हैं
    जैसे चेहरे का नक्शा ,आंखों का रंग, बाल ,रूप रंग ,सिर का आकार
    कुछ बीमारियां भी आती है जैसे रक्तचाप कैंसर टीवी
    कुछ मानसिक विशेषताएं भी आती है-बुद्धि अमूर्त चिंतन दृष्टिकोण संकीर्णता आदि
  2. वातावरण-वातावरण में परिवर्तन बच्चे के व्यक्तित्व परिवर्तन में प्रतिबिंबित होता है इसमें भौतिक सामाजिक नैतिक राजनैतिक आर्थिक सांस्कृतिक शक्तियां सम्मिलित हैं

आधुनिक मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि मूल रूप से वंशानुक्रम तथा वातावरण दोनों व्यक्तिगत विभिन्नता को प्रभावित करते हैं

  1. जाती ,प्रजाति या राष्ट्र का प्रभाव भी व्यक्तिगत विभिनता पर देखा गया है
    क्षत्रिय अपेक्षाकृत अधिक साहसी होते हैं
    व्यापारी जैसे मारवाड़ी , बनिया व्यापार में रुचि रखते हैं
  2. लैंगिक विभिन्नताएं-
    लड़कियों का विकास लड़कों से 2 साल पहले होता है
    11 से 14 वर्ष में लड़कियां लड़कों के अपेक्षा अधिक लंबी और भारी होती है
    15 वर्ष के बाद लड़के अधिक तेजी से बढ़ने लगते हैं
  3. आयु और बुद्धि-
    जैसे-जैसे आयु बढ़ती जाती है वैसे वैसे शारीरिक बौद्धिक और भावात्मक क्षमता बढ़ती जाती है
    औसत से नीचे बुद्धि में सीखने में कठिनाई आती हैं
    जबकि औसत से ऊपर बुद्धि में सीखने में आसानी होती है
  4. स्वभाव और भाव में स्थिरता-
    कोई जल्दी काम करता है तो कोई धीरे-धीरे काम करता है
  5. आर्थिक स्थिति की शिक्षा-2 भिन्न आर्थिक वर्ग के बच्चों में समानता होना असंभव है

Notes by Ravi kushwah

टरमन ने बुद्धि के स्तर 9 भागों में बांटा :-
1.प्रतिभाशाली

  1. प्रतिभाशाली के निकट
  2. अति उत्तम
  3. उत्तम
    5.औसत
  4. पिछड़े हुए
  5. दुर्बल मानसिकता
  6. मंद बुद्धि
  7. जड़बुद्धि

जोर्डन के अनुसार व्यक्तिगत विभिन्नन्ता को दो भागों में बांट सकते हैं :-
1.क्रियाशील
2.विचार शील

ट्रेटर् के अनुसार :-

  1. स्थिर मानसिकता
  2. अस्थिर मानसिकता

भावात्मक :-
कोई व्यक्ति जल्दी क्रोधित होते हैं और कुछ देर से।
कुछ व्यक्ति शांत रहते हैं , कुछ जल्दी चिड़ जाते हैं।
संवेगो की यह विभिन्नता व्यक्तित्व समायोजन के लिए समस्या होती है।

चरित्र में विभिन्नता :-
कुछ व्यक्ति अच्छे चरित्र वाले होते हैं।
कुछ खराब चरित्र वाले होते हैं।
कुछ कामुक होते हैं।
कुछ सज्जन होते हैं।
व्यक्तिगत भेद उत्पन्न करता है।
उपलब्धि में विभिन्नता :- सभी व्यक्ति की शैक्षिक और व्यवहारिक जीवन में उपलब्धि समान नहीं होती ।
कम परिश्रम में अधिक परिणाम प्राप्त करता है तो कुछ अधिक परिश्रम में कम परिणाम प्राप्त करता है।
शिक्षक के लिए एक ही वातावरण में पढ़ाता है परंतु सभी के अंक समान नहीं होते ।

अधिगम में विभिन्नताएँ :-
सीखने की योग्यता में भिन्नता होती है कोई जल्दी सीखता है तो कोई देर से 👉सीखे क्रियाओं का लाभ उठाने की योग्यता मे विभिन्नता पाई जाती है।

व्यक्तिगत भिन्नता के कारण :-
वंश से विरासत में मिलते हैं जैसे चेहरे का नक्शा ,आंखों का रंग, बाल, रूप रंग, सिर का आकार,
कुछ बीमारियां भी वंशानुक्रम से आती हैं जैसे रक्तचाप ,कैंसर, टीवी

वातावरण :- वातावरण में परिवर्तन बच्चे के व्यक्तित्व के परिवर्तन में प्रथम होता है।
भौतिक ,सामाजिक ,नैतिक, राजनीतिक ,आर्थिक सांस्कृतिक शक्तियाँ में सम्मिलित हैं।

आधुनिक मनोविज्ञान का कहना है कि मूल रूप से वंशानुक्रम तथा वातावरण दोनों व्यक्तिगत विभिन्नता को प्रभावित करता है।
जाति प्रजाति या शब्द का प्रभाव➖ देखा गया है कि क्षेत्रीय अपेक्षाकृत अधिक साहसी होते हैं। जैसे व्यापारी जो मारवाड़ी और बनिया होते हैं उनका व्यापार में इंटरेस्ट होता है ।

लैंगिक विभिन्नता :-
लड़कियों का विकास लड़कों से 2 साल पहले होता है।
11 से 14 वर्ष में लड़कियां लड़कों की अपेक्षा अधिक लंबी और भारी होते हैं।
15 वर्ष के बाद लड़के अधिक तेजी से बढ़ने लगते हैं।

आयु और बुद्धि :- आयु बढ़ती है तो शारीरिक व बौद्धिक विकास भावनात्मक भी होता है।
औसत से नीचे बुद्धि, सीखने में कठिनाई होती है ।
औसत से ऊपर हो तो आसानी से सीख लेते हैं ।

स्वभाव का भाव में स्थितरता :-
कोई जल्दी काम करता है कोई धीरे-धीरे काम करता है।

आर्थिक स्थिति की शिक्षा :-
दो आर्थिक वर्ग के बच्चों में समानता होना असंभव है।

Notes by :- Neha Kumari
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